हिंदू धर्म में केले के पेड़ को काफी महत्व दिया जाता है और इसे पवित्र माना जाता है. हिंदू धर्म के कई मांगलिक कार्यों में केले के पेड़ का इस्तेमाल होता है. भगवान विष्णु का केले का पौधा काफी ज्यादा प्रिय माना जाता है. वहीं मां लक्ष्मी भी केले के पेड़ की पूजा करने से प्रसन्न होती है जिससे आपके आर्थिक संकट दूर हो जाते हैं.
नई दिल्ली. हिंदू धर्म में केले के पेड़ को काफी पवित्र माना जाता है. कहा जाता है कि कोई भी मांगलिक कार्य करने के लिए केले के पेड़ का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं हिंदू धर्म के रीति रिवाजों के मुताबिक, शादी के मंडप में भी केले के पेड़ का प्रयोग किया जाता है. जो लोग भगवान में आस्था रखते हैं वे गुरुवार के दिन केले के पेड़ को पूजते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्यों केले के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है? और गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है.
हिंदू धर्म के मुताबिक, गुरुवार के दिन चने की दाल, गुड़ और हल्दी की गांठ को केले को समर्पित करें. वहीं अक्षत, पुष्प आदि मंगल चीजें चढ़ाकर केले के पेड़ की परिक्रमा करें. इसके साथ ही घर के आंगन में लगे केले के पेड़ को छोड़कर किसी दूसरे पेड़ की पूजा करें. दरअसल सप्ताह में हर एक दिन अलग-अलग देवी-देवता को पूजा जाता है. ऐसे में भगवान विष्णु की पूजा का गुरुवार के दिन विधान है. कहा जाता है इस दिन विष्णु भगवान की पूजा से उनकी कृपा भक्तों में बरसती है. वहीं माना जाता है कि विष्णु भगवान को केले का पौधा काफी ज्यादा प्रिय है और इसी पौधे में विष्णु जी का वास होता है. इसी वजह से विष्णु भगवान के प्रिय केले के पेड़ की पूजा का विधान गुरुवार के दिन बताया गया है.
माना जाता है कि अगर भगवान विष्णु के प्रिय केले के पेड़ की पूजा की जाती है तो वे भक्त से जल्दी प्रसन्न होते हैं. ऐसे में कहा गया है कि अगर भगवान विष्णु की किसी भी व्यक्ति के ऊपर कृपा बरसती है तो उस शख्स के सभी दुख-दर्द गायब हो जाते हैं. वहीं मान्यता है कि अगर गुरुवार के दिन अगर केले के पेड़ को पूजा जाता है तो इससे कभी भी आर्थिक संकट नहीं आता है. साथ में जो व्यक्ति केले के पेड़ की पूजा करता है उसका आय स्रोत बढ़ता है. दूसरी ओर गुरुवार के दिन मां लक्ष्मी भी केले के पेड़ को पूजने से काफी प्रसन्न होती हैं.
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