Ramayana: रामायण से जुड़ी कई घटनाओं के बारे में हम अपने घर के बड़ों से सुनते आ रहे हैं। क्या आपको मालूम है कि लंकापति रावण के भाई विभीषण की एक बेटी भी थी। रावण विभीषण की बेटी से डरता था। इसके पीछे की कथा के बारे में शायद ही आपको पता हो। आज हम आपको इसकी कहानी बताएंगे।
विभीषण की बेटी का नाम त्रिजटा था। त्रिजटा का जिक्र रामचरित्रमानस में किया गया है। यह वही राक्षसी है जो अशोक वाटिका में माता सीता के साथ रहती थी। त्रिजटा विभीषण और शरमा की बेटी थी। विभीषण प्रभु राम के भक्त थे तो ऐसे में त्रिजटा के अंदर भी बचपन से ही भक्ति भाव था। राक्षस होने के बाद ही उसके अंदर राक्षसी गुण नहीं थे।
रावण ने माता सीता की निगरानी में कई राक्षसियों को रख रखा था। इन राक्षसियों में त्रिजटा सबसे बूढ़ी थी। वो माता सीता के पीड़ा को समझती थी। त्रिजटा ने एक बार अपने सपने में देखा कि लंका और रावण का सर्वनाश होने वाला है। वह अपने दिव्य शक्ति से राम और रावण के बीच की युद्ध के बारे में माता सीता को बताया करती थी। रावण त्रिजटा की शक्तियों के बारे में सब जानता था। वह जानता था कि उसके मुंह से निकला हुआ शब्द सच साबित होता है। इस वजह से रावण उससे डरता था।