धार्मिक मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा बहुत खास मानी जाती है। माना जाता है की माघ पूर्णिमा वाले दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं। साथ ही, शारीरिक कष्टों से भी छुटकारा मिलता है।
नई दिल्ली: धार्मिक मान्यता के अनुसार माघ पूर्णिमा बहुत खास मानी जाती है। माना जाता है की माघ पूर्णिमा वाले दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप धुल जाते हैं। साथ ही, शारीरिक कष्टों से भी छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं कि माघ माह की पूर्णिमा कब पड़ रही है और इस दिन स्नान दान का मुहूर्त क्या रहेगा।
पूर्णिमा का दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इसलिए हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का बहुत खास महत्व होता है, माघ माह की पूर्णिमा बहुत ही पुण्यदायी मानी गई है। इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी जी की आराधना करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही, घर की गरीबी, दरिद्रता और आर्थिक तंगी दूर हो जाती है। माघ माह की पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती है और ये दिन बहुत शुभ माना जाता हैं।
वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ पूर्णिमा तिथि 11 फरवरी को शाम 06 बजकर 55 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 12 फरवरी को शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा मनाई जाएगी।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने माघ पूर्णिमा के दिन मत्स्य अवतार धारण किया था। इसलिए यह पूर्णिमा बेहद खास मानी गई है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन, सुख और समृद्धि की प्राप्त होती है। माघ पूर्णिमा के दिन गंगा, यमुना, सरस्वती जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार माघ पूर्णिमा पर एक साथ कई मंगलकारी योगों का निर्माण हो रहा है। इन शुभ योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और सभी संकट भी दूर होते हैं। इस शुभ अवसर पर सबसे पहले सौभाग्य योग बनेगा और इसके बाद शोभन योग का निर्माण हो रहा है।
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