When is Dhanteras 2019: When is Dhanteras 2019: दिवाली से पहले इस साल कब है धनतेरस पूजा 2019, क्या है इतिहास, महत्व और शुभ मुहूर्त

When is Dhanteras 2019: दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस त्यौहार मनाने की परंपरा है. धनतेरस वाले दिन धन के देवता कुबेर और लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है. इस दिन नई चीजें खरीदने की भी परंपरा है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार इस दिन सोना-चांदी, गहनो, नए बर्तन खरीदना बेहद शुभ माना जाता है.

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When is Dhanteras 2019: When is Dhanteras 2019: दिवाली से पहले इस साल कब है धनतेरस पूजा 2019, क्या है इतिहास, महत्व और शुभ मुहूर्त

Aanchal Pandey

  • June 18, 2019 4:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार धनतेरस हर साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में आता है. इस साल धनतेरस 25 अक्टूबर 2019 को मनाया जाएगा. धनतेरस पॉच दिन लम्बे दिवाली त्यौहार का पहला दिन है. इस दिन मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है. हिंदू परंपरा के अनुसार इस दिन बहुमूल्य वस्तुएं खरीद कर घर लाया जाता है. कहा जाता है कि इस दिन घर में नई चीजें लाने से घर में सुख-समृध्दि आती है.

हिंदू शास्त्रों के अनुसार इस दिन धातुओं की खरीददारी बेहद शुभ मानी जाती है. इस दिन सोना-चांदी, गहनो, नए बर्तन खरीदने का काफी महत्व है. माना जाता है कि धनतेरस वाले दिन बर्तन, सोना-चांदी खरीदना बेहद शुभ होता है. ये त्यौहार भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी जी का त्यौहार माना जाता है. इस दिन कुबेर और मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है.

धनतेरस पूजा तारीख और पूजा मुहूर्त: Dhanteras Puja Dates Calendar Dhanteras Puja Muhurat
इस साल धनतेरस 25 अक्टूबर 2019 को मनाई जाएगी. इस साल धनतेरस पर पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 10 मिनट से शुरु होकर शाम 8 बजकर 16 मिनट पर खत्म हो जाएगा. धनतेरस पूजा करने का शुभ मुहूर्त सिर्फ 01 घंटे 5 मिनट रहेगा. धनतेरस के दिन प्रदोश काल 05 बजकर 42 मिनट से लेकर 8 बजकर 16 मिनट तक रहेगा. वहीं वृषभ काल 6 बजकर 52 मिनट से लेकर 8 बजकर 48 मिनट तक रहेगा.

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धनतेरस इतिहास: Dhanteras History
धनतेरस कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था. इसी वजह से इस त्यैहार को धनतेरस के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है. कहा जाता है कि धनवंतरी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे इसलिए इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार धनवंतरी के उत्पन्न होने के दो दिनों बाद मां लक्ष्मी प्रकट हुईं थी. इसी कारण यह त्यौहार दीपावली से दो दिन पहले मनाया जाता है.

धनतेरस महत्व और रसम रिवाज: Dhanteras 2019 Significance And Ritualsधनतेरस वाले दिन घर में नई चीजों को लाना बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन लोग कैलेंडर के अनुसार शुभ मुहूर्त के दौरन मां लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा करतो हैं. मान्यता है कि यह त्यौहार सभी के लिए बहुत खुशी, धन, समृध्दि, बुध्दि और अच्छा भाग्य लेकर आता है. इस दिन लोग अपने आस-पास से बुरी ऊर्जा और आलस्य को हटोने के लिए सभी वस्तुओं को साफ करते हैं. धनतेरस वाले दिन नई चीजें खरीदने की परंपरा है. इस दिन सोना-चांदी, बर्तन खरीदना बेहद शुभ माना जाता है.

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