जुलाई में आषाढ़ मासिक शिवरात्रि कब है? शिव पूजा पर बन रहा है उत्तम संयोग, जानें तिथि और शुभ मुहुर्त

Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि व्रत शिव जी के पूजा के लिए उत्तम दिन है.यहाँ जानें तारीख,दिन और समय क्या है। भगवान शिव की आराधना को समर्पित मासिक शिवरात्रि व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। जो भक्त इस दिन व्रत रखते हैं उन्हें मनचाहा वर मिलता है। साथ […]

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जुलाई में आषाढ़ मासिक शिवरात्रि कब है? शिव पूजा पर बन रहा है उत्तम संयोग, जानें तिथि और शुभ मुहुर्त

Aprajita Anand

  • June 28, 2024 1:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि व्रत शिव जी के पूजा के लिए उत्तम दिन है.यहाँ जानें तारीख,दिन और समय क्या है।

भगवान शिव की आराधना को समर्पित मासिक शिवरात्रि व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। जो भक्त इस दिन व्रत रखते हैं उन्हें मनचाहा वर मिलता है। साथ ही जीवन में खुशियां बनी रहती हैं। एक वर्ष में 12 मासिक शिवरात्रियाँ होती हैं। ऐसे में इस साल जुलाई में आषाढ़ मास की मासिक शिवरात्रि व्रत कब है, जानिए पूजा की तिथि और समय.

आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 2024 तिथि

आषाढ़ मासिक शिवरात्रि 4 जुलाई 2024 को है। इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाकर अभिषेक करें। मान्यता है कि इससे माता पार्वती और भोलेनाथ का आशीर्वाद मिलता है। मासिक शिवरात्रि की पूजा निशिता काल मुहूर्त और रात्रि के चारों प्रहरों में भी की जाती है.

जुलाई मासिक शिवरात्रि 2024 मुहूर्त

आषाढ़ कृष्ण चतुर्दशी तिथि आरंभ- 4 जुलाई 2024, सुबह 05 बजकर 54 मिनट से

आषाढ़ कृष्ण चतुर्दशी तिथि समाप्त- 5 जुलाई 2024, सुबह 04 बजकर 57 मिनट तक

पूजा मुहूर्त – 12.06 पूर्वाह्न – 12.46 पूर्वाह्न (5 जुलाई)

मासिक शिवरात्रि पूजा मंत्र

ॐ त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रिधायुतम्।

त्रिजन्म पाप संहारम् एक बिल्व शिवार्पणम्।

मासिक शिवरात्रि में चार पहर की पूजा

प्रथम प्रहर की पूजा में अपनी मनोकामना का संकल्प करना चाहिए और दूध से अभिषेक करते हुए ‘ओम ह्रीं ईशानाय नम:’ का जाप करना चाहिए। इसका समय शाम 6.25 से 9.25 बजे तक है. दूसरे प्रहर में दही से अभिषेक किया जाता है और ‘ॐ ह्रीं अघोराय नम:’ मंत्र का जाप करते हैं. इसका समय 9.25 से 12.46 तक है. तृतीया प्रहर में घी से अभिषेक करते हुए ‘ॐ ह्रीं वामदेवाय नम:’ मंत्र का जाप करना चाहिए। इसका समय 12.46 से 03.00 बजे तक है. चौथे प्रहर में शहद से अभिषेक करते हुए ‘ॐ ह्रीं साध्योजाताय नम:’ मंत्र का जाप करें। इसका समय 03.00 बजे से 05.00 बजे तक है.

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