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आज मनाई जा रही है विजया एकादशी, जानिए कैसे करें भगवान विष्णु को प्रसन्न, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व माना जाता है। भगवान विष्णु को अगर एकादशी के दिन पूरी श्रृद्धाभाव से उनके प्रिय फूल चढ़ाए जाएं तो आपकी मनोकामना पूरी होती है और वे जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। वैसे तो हर एकादशी अपने आप में महत्वपूर्ण है, लेकिन विजया एकादशी अपने नाम के अनुसार विजय दिलाने वाली मानी जाती है।

Vijaya Ekadashi
inkhbar News
  • February 24, 2025 9:00 am Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली: आज विजया एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इस दिन विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन विशेष फूल चढ़ाने से विष्णु जी प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन विजया एकादशी का व्रत रखा जाता है। इसके साथ ही इस दिन विष्ण जी को प्रिय कुछ विशेष चीजें चढ़ाने से उन्हें जल्द प्रसन्न किया जा सकता है। आइए जानते हैं इस दिन की पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि?

विजया एकादशी का महत्व

हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का बहुत महत्व माना जाता है। भगवान विष्णु को अगर एकादशी के दिन पूरी श्रृद्धाभाव से उनके प्रिय फूल चढ़ाए जाएं तो आपकी मनोकामना पूरी होती है और वे जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं। वैसे तो हर एकादशी अपने आप में महत्वपूर्ण है, लेकिन विजया एकादशी अपने नाम के अनुसार विजय दिलाने वाली मानी जाती है। विजया एकादशी का व्रत रखने से आप भयंकर विपत्तियों से छुटकारा पा सकते हैं। पद्म पुराण के अनुसार विजया एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को धन-धान्य का लाभ मिलता है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस व्रत को सच्ची श्रद्धा से रखने से बड़े से बड़े शक्तिशाली शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं।

विजया एकादशी का शुभ मुहूर्त

23 फरवरी यानी कल दोपहर 1 बजकर 55 मिनट पर विजया एकादशी की तिथि शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही 24 फरवरी यानी आज दोपहर 1 बजकर 44 मिनट पर विजया एकादशी व्रत की तिथि का समापन होगा। उदयातिथि के अनुसार, 24 फरवरी यानी आज ही विजया एकादशी मनाई जा रही है। 25 फरवरी यानी कल सुबह 6 बजकर 50 मिनट से लेकर 9 बजकर 08 मिनट तक व्रत का पारण किया जाएगा।

विजया एकादशी की पूजा विधि

इस दिन सुबह उठकर स्नान करें और पीले चन्दन/पीले फूल/पीली मिठाई/लौंग सुपारी इत्यादि से पूजन करें। इसके बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने धूप दीप जलाएं और एकादशी की कथा सुने और मन ही मन विष्णु जी से अपनी समस्या कहें। इस व्रत की कथा सुनने के उपरांत श्रीविष्णु जी और माता लक्ष्मी जी की आरती करें। इसके बाद ब्राह्मणों और जरूरतमंद लोगों को सामर्थ्य अनुसार दान भी दें। ऐसा करने से भगवान विष्णु की कृपा होती है। उसके बाद स्वयं खाना खाएं।

ऐसे करें प्रसन्न

भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को कमल के फूल बेहद प्रिय माने जाते हैं। घर पर सदैव मां लक्ष्मी की कृपा बनाए रखने के लिए एकादशी के दिन आपको विष्णु जी को कमल का फूल चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा आप इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को कदंब का फूल भी चढ़ा सकते हैं। मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु को एकदशी के दिन कदंब का फूल चढ़ाने से जातक की धन से संबंधित सभी इच्छाएं पूरी होती है, इसलिए अगर कोई व्यक्ति आर्थिक तंगी से गुजर रहा है तो उसे एकादशी के दिन कदंब के फूल विष्णु जी को चढ़ाते हुए अपनी मनोकामना बोलना है।

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