नई दिल्ली। हर कोई चाहता है कि वो अपने घर में अपनी पसंद के अनुसार किचन को सेट करे। लेकिन ऐसे में वास्तु (Vastu Tips) को भी ध्यान में रखना बेहद जरूरी है वरना दोष हो सकता है। ऐसे में आज हम बात कर रहे हैं कि वास्तु शास्त्र के मुताबिक फ्लैट में किचन किस […]
नई दिल्ली। हर कोई चाहता है कि वो अपने घर में अपनी पसंद के अनुसार किचन को सेट करे। लेकिन ऐसे में वास्तु (Vastu Tips) को भी ध्यान में रखना बेहद जरूरी है वरना दोष हो सकता है। ऐसे में आज हम बात कर रहे हैं कि वास्तु शास्त्र के मुताबिक फ्लैट में किचन किस दिशा में होना चाहिए।
दरअसल, वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के सामान्य नियमों की तरह ही फ्लैट में भी दक्षिण-पूर्व या दक्षिण दिशा मे किचन का होना सबसे शुभ माना गया है। हालांकि, मजबूरी में पूर्व या पश्चिम दिशा की किचन कुछ उपायों के साथ ग्राह्य है लेकिन दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम, उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशा की किचन किसी भी दशा में ग्राह्य नहीं होती है। जबकि, दक्षिण-पश्चिम दिशा की किचन वैवाहिक रिश्तों को नुकसान पहुंचाती है।
वहीं उत्तर-पश्चिम दिशा में बनी हुई रसोई कभी पूरी नहीं पड़ती है। ऐसा माना जाता है कि उत्तर दिशा में बनाए गए भोजन को ग्रहण करने से मन में कई तरह के भय उत्पन्न होते हैं। यही नहीं, पुत्र पिता की अवज्ञा करता है, साथ ही दोनों के रिश्ते भी खराब होने तक की नौबत आ जाती है। उत्तर-पूर्व दिशा में बनाई गई रसोई से अच्छे अवसर नष्ट हो जाते हैं, बाधाएं आती है, घर में भावना और प्रेम का बहाव नष्ट होता है।
अगर आप पहले से ही फ्लैट ले चुके हैं और आपका किचन इन दिशाओं में है तो आप इसके लिए विशेष उपाय कर सकते हैं। वास्तु (Vastu Tips) के अनुसार, किचन में लाल और पीले रंग का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आपका किचन दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा में है तो काले या नीले रंग का स्लैब न लगवाएं। आप चाहें तो ग्रेनाइट की स्लैब या फिर मार्बल का स्लैब भी लगा सकते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। जिसका किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं की गई है। यहां दी गई किसी भी जानकारी या मान्यता पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।
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