नई दिल्ली : आज के शृंगार की खास बात ये रही है कि भस्म आरती में बाबा महाकाल का श्रीगणेश स्वरूप में शृंगार किया गया. साथ ही बाबा महाकाल को सिर पर त्रिपुंड और सूंड लगाकर श्रीगणेश स्वरूप में सजाया गया है. ज्योतिर्लिंग का श्रृंगार करने के बाद बाबा महाकाल को कपड़े से ढांककर भस्म […]
नई दिल्ली : आज के शृंगार की खास बात ये रही है कि भस्म आरती में बाबा महाकाल का श्रीगणेश स्वरूप में शृंगार किया गया. साथ ही बाबा महाकाल को सिर पर त्रिपुंड और सूंड लगाकर श्रीगणेश स्वरूप में सजाया गया है. ज्योतिर्लिंग का श्रृंगार करने के बाद बाबा महाकाल को कपड़े से ढांककर भस्म लगाई गई और भोग भी लगाया गया. बता दें कि भस्म आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और बाबा महाकाल के स्वरूप श्री गणेश के दर्शन कर धन्य हुए, महानिर्वाणी अखाड़े के नाम से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई. इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन का लाभ उठाया. जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गूंज उठा.
श्री महाकालेश्वर मंदिर में दुबई से पधारे अंकुर अत्रे द्वारा पुजारी प्रदीप गुरु की प्रेरणा से एक चांदी का मुकुट, दो मकराकृति कुंडल, 1 नग छत्र, 1 नग नाग और 1 नग चंद्रमा को भगवान के रूप में धारण करते हैं. श्री महाकालेश्वर जी को कुल वजन लगभग 1311 ग्राम अर्पित किया गया. बता दें कि इसे श्री महाकालेश्वर मंदिर के प्रबंध निदेशक श्री मूलचंद जूनवाल ने प्राप्त किया है. ये जानकारी मंदिर प्रबंधन समिति की कौसर शाखा के कोठारी मनीष पांचाल ने दी है.
बता दें कि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा वर्तमान के मौसम को देखते हुए श्री महाकाल महालोक में आने वाले भक्तों हेतु छाया और गर्मी से पैर ना जले इसके लिए मैटिंग भी की व्यवस्था की गई है. साथ ही मंदिर प्रबंध समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गर्मी से बचाव के लिए छाया की व्यवस्था की गई है. जिससे श्रद्धालुओं को निर्विघ्न रूप से दर्शन हो सकेंगे.
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