नई दिल्ली: हमारी भारतीय संस्कृति में काला धागा बांधने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। यह न केवल धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व रखता है, बल्कि कई लोगों का मानना है कि यह बुरी नज़र और नकारात्मक शक्तियों से भी सुरक्षा प्रदान करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि काला धागा बांधने से कमजोर ग्रहों का प्रभाव कम हो सकता है और बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है? आइए जानते हैं इस प्राचीन उपाय के बारे में विस्तार से।
काले धागे को हाथ पर बांधने की प्रथा बहुत पुरानी है। माना जाता है कि इसे बांधने से व्यक्ति के ग्रह मजबूत होते हैं और जीवन में आने वाली बाधाओं से रक्षा होती है। ज्योतिष के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि, राहु या केतु जैसे ग्रह अशुभ स्थिति में हैं, तो उन्हें नियंत्रित करने के लिए दाएं हाथ की कलाई पर काला धागा बांधा जाता है। इससे इन ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है।
पैरों पर काला धागा बांधने का एक प्रमुख उद्देश्य बुरी नज़र से बचाव है। ऐसा माना जाता है कि जब पैरों पर काला धागा बांधा जाता है, तो यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और व्यक्ति को बुरी नज़र से बचाता है। विशेषकर बच्चों और नवविवाहित जोड़ों को पैर पर काला धागा बांधने की सलाह दी जाती है ताकि उन्हें नज़र न लगे।
कुछ परंपराओं में गले में काला धागा बांधने की भी परंपरा है। यह माना जाता है कि काला धागा गले में बांधने से शरीर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता और व्यक्ति कई प्रकार की बीमारियों से बचा रहता है। विशेष रूप से गले और श्वसन संबंधी समस्याओं से ग्रस्त लोग इसका लाभ उठा सकते हैं।
काले धागे को कलाई पर बांधने से व्यक्ति के जीवन में सौभाग्य और सफलता आती है। यह न केवल ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम करता है, बल्कि यह व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार करता है। कई लोग इसे शुभ अवसरों पर बांधते हैं ताकि उनके प्रयासों में सफलता मिले।
कमर पर काला धागा बांधने का प्रचलन विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में देखा जाता है। यह माना जाता है कि कमर पर काला धागा बांधने से व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा मिलती है और शरीर की ऊर्जा संतुलित रहती है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयोगी है जो शारीरिक श्रम करते हैं या मानसिक तनाव में रहते हैं।
– काले धागे को बांधते समय किसी शुभ मुहूर्त का चयन करना चाहिए।
– इसे बांधते समय मंत्रों का जाप करना लाभकारी माना जाता है।
– काला धागा हमेशा स्वच्छ और शुद्ध होना चाहिए, और इसे बांधने से पहले भगवान का ध्यान करना चाहिए।
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