नई दिल्ली: कल 29 जनवरी को माताएं सकट चौथ का व्रत मनाएंगी. हिंदू कैलेंडर के अनुसार ये त्योहार हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है, और इस दिन भगवान गणेश और सकट माता की श्रद्धा पूर्वक पूजा की जाती है. हालांकि रात में चंद्रमा की भी पूजा करते […]
नई दिल्ली: कल 29 जनवरी को माताएं सकट चौथ का व्रत मनाएंगी. हिंदू कैलेंडर के अनुसार ये त्योहार हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है, और इस दिन भगवान गणेश और सकट माता की श्रद्धा पूर्वक पूजा की जाती है. हालांकि रात में चंद्रमा की भी पूजा करते हैं और उसे अर्घ्य देते हैं. दरअसल सकट चौथ को संकष्टी चतुर्थी, वक्रतुण्डी चतुर्थी, माही चौथ और तिल कुटा चौथ भी कहा जाता है. हालांकि ये पूजा बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसे में पूजा के दौरान गौरी पुत्र गणेश, सकट माता और चंद्र देव की पूजा करने में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए, इसलिए कृपया समय पर पूजा सामग्री जरूर एकत्र कर लें. तो आइये जाने सामग्री की सूची…
बता दें कि सकट चौथ की पूजा के लिए विभिन्न सामग्री लकड़ी की चौकी, पीला कपड़ा, जनेऊ, सुपारी, पान का पत्ता, लौंग, इलायची, गंगाजल, गणपति की मूर्ति, लाल फूल, 21 गांठ दूर्वा, रोली, मेहंदी, सिंदूर, अक्षत, हल्दी, मौली, अबीर, गुलाल, गाय का धी, दीप, धूप, 11 या 21 तिल का लड्डू, मोदक, मौसमी फल, सकट चौथ व्रत कथा की पुस्तक, चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए दूध, गंगाजल, कलश, और चीनी आदि कई चीजों की जरुरत होती है. बता दें कि धार्मिक शास्त्रों में भगवान गणेश की पूजा में पान का प्रयोग सभी प्रकार की सिद्धि प्रदान करने वाला और विशेष माना गया है. दरअसल पान मां लक्ष्मी को बहुत प्रिय होता है, और कहा जाता है कि सकट चौथ की पूजा में गणेश जी को पान अर्पित करने से भगवान गणेश के साथ-साथ मां लक्ष्मी भी बेहद प्रसन्न होती हैं, और इस दिन पान के ऊपर कुमकुम से स्वास्तिक बनाकर पूजा करने की विधि को विशेष माना जाता है.
1. सकट चौथ के दिन ब्रह्म मुहूर्त के समय पर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें .
2. बच्चों की लंबी आयु के लिए सकट माता की पूजा करें .
3. चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्घ्य अर्पित करें, इसके बाद चंदन, फूल, धूप, दीप और नैवेद्य चढ़ाकर सकट माता की पूजा करें .
4. सकट चौथ व्रत की कथा जरूर पढ़ें इसके बाद पूजा समाप्त करें.
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