दुर्योधन-दुशासन नहीं महाभारत का सबसे बड़ा विलेन था यह महान योद्धा, भरी सभा में द्रौपदी को नग्न…

कर्ण को इतिहास एक महान योद्धा के रूप में याद करता है लेकिन जब स्त्री सम्मान की बात आती है उन्हें सबसे बड़ा विलेन कहा जाता है।

Advertisement
दुर्योधन-दुशासन नहीं महाभारत का सबसे बड़ा विलेन था यह महान योद्धा, भरी सभा में द्रौपदी को नग्न…

Pooja Thakur

  • December 2, 2024 8:24 am Asia/KolkataIST, Updated 4 hours ago

Mahabharat: पौराणिक समय में लड़ा गया सबसे बड़ा महायुद्ध  महाभारत को माना जाता है। महाभारत काल के कई ऐसे रहस्य है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। महाभारत की सबसे प्रमुख पात्रों में एक द्रौपदी को लेकर भी की ऐसी बातें जो अनसुनी है। इसी तरह महारथी कर्ण का किरदार भी है। कर्ण वैसे तो पांडवों के भाई थे लेकिन युद्ध में उन्होंने अपने मित्र दुर्योधन का साथ दिया था।

महान नहीं हैं कर्ण 

कर्ण को इतिहास एक महान योद्धा के रूप में याद करता है लेकिन जब स्त्री सम्मान की बात आती है उन्हें सबसे बड़ा विलेन कहा जाता है। पांडव जब जुए में अपना सब कुछ हार गए तो उन्होंने पांचाली को भी दाव पर लगा दिया। इसके बाद वो जुए में द्रौपदी को भी हार बैठे। दुशासन भरी सभा में द्रौपदी का बाल खींचते हुए लेकर आया। सभा में बड़े बड़े दिग्गज भीष्म पितामह, गुरु द्रोणाचार्य, धृतराष्ट्र बैठे हुए थे लेकिन किसी ने आवाज नहीं उठाई।

वेश्या है द्रौपदी 

द्रौपदी अपने सम्मान के लिए राजसभा में बैठे सम्मानीय लोगों के सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ा रही थी लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। उस समय सूर्य पुत्र कर्ण कहते हैं कि जिस स्त्री के 5 पति हो वह तो वेश्या हुई तो उसे किस बात का शर्म। कर्ण इतने पर ही नहीं रुके वो आगे कहते हैं कि द्रौपदी के लिए वस्त्र उतारना शर्म की बात नहीं है। कर्ण की यह बातें सुनकर पांडवों का खून खौल रहा था लेकिन वो लाचार थे। बाद में महाभारत युद्ध के दौरान जब भगवान कृष्ण ने कर्ण से कहा कि वो पांडवों के भाई हैं। माता कुंती के पुत्र हैं तो कर्ण शर्मिंदा हुए। उन्होंने भगवान से कहा कि वो पांडवों के पास नहीं जाएंगे। वो द्रौपदी का सामना नहीं कर सकते हैं।

 

‘मुझे मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए’, फडणवीस के नाम पर मुहर लगने से पहले शिंदे ने ठोका दावा, क्या करेंगे शाह

Advertisement