नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र और पुराणों में कई ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। लेकिन अगर हम कुछ गलत आदतों को अपना लेते हैं, तो ये दरिद्रता और नकारात्मकता का कारण बन सकती हैं। आइए जानते हैं उन 5 बुरी आदतों के बारे में, जो घर में दरिद्रता ला सकती हैं।
1. घर में गंदगी रखना: अगर घर में गंदगी रहती है, तो यह नकारात्मक ऊर्जा का कारण बनती है। पुराणों के अनुसार, लक्ष्मी माता ऐसे घरों में निवास नहीं करतीं, जहां साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता। सुबह-शाम घर की सफाई और विशेष रूप से मुख्य द्वार को स्वच्छ रखना चाहिए।
2. बिखरा हुआ सामान: घर का सामान बिखरा हुआ रखना भी दरिद्रता का कारण बनता है। इससे न केवल ऊर्जा नकारात्मक होती है, बल्कि यह मानसिक तनाव भी बढ़ाता है। कोशिश करें कि घर का हर सामान अपनी जगह पर व्यवस्थित हो।
3. रसोई की गंदगी: रसोईघर को वास्तु शास्त्र में घर की समृद्धि का प्रतीक माना गया है। यदि रसोई गंदी रहती है या उसमें जूठे बर्तन रखे जाते हैं, तो इसका असर घर की सुख-शांति पर पड़ता है। रात में सोने से पहले रसोई को साफ करें और जूठे बर्तन न रखें।
4. तुलसी के पौधे का ध्यान न रखना: तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में पवित्र और शुभ माना गया है। अगर आप इसके पत्तों को बिना जरूरत तोड़ते हैं या पौधे का सही से ध्यान नहीं रखते, तो यह दरिद्रता और परेशानियों का कारण बन सकता है। तुलसी के पौधे को नियमित पानी दें और सुबह-शाम दीया जलाएं।
5. खराब घड़ी रखना: घर में खराब या रुकी हुई घड़ी रखना अशुभ माना जाता है। यह जीवन में रुकावटों और दरिद्रता का संकेत देती है। ऐसी घड़ी को तुरंत सही करवाएं या घर से हटा दें।
– घर में रोजाना गंगाजल का छिड़काव करें।
– सुबह-शाम पूजा स्थान पर दीपक जलाएं।
– घर के उत्तर-पूर्व कोने को हमेशा साफ और खाली रखें।
– हर शनिवार को शनि देव के लिए तेल का दान करें।
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