पौड़ी/श्रीनगर: उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल में यूँ तो कई सारे प्राचीन मंदिर मौजूद है। इन्हीं पुराने मंदिरों में से एक भगवान कमलेश्वर मंदिर है। मंदिर में बैकुण्ठ चतुर्दशी के दिन बड़ी तादाद में नि:संतान दंपत्ति हर साल संतान प्राप्ति की कामना से यहाँ आते हैं और उनकी मनोकामना भी पूरी होती है। आपको बता दें, […]
पौड़ी/श्रीनगर: उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल में यूँ तो कई सारे प्राचीन मंदिर मौजूद है। इन्हीं पुराने मंदिरों में से एक भगवान कमलेश्वर मंदिर है। मंदिर में बैकुण्ठ चतुर्दशी के दिन बड़ी तादाद में नि:संतान दंपत्ति हर साल संतान प्राप्ति की कामना से यहाँ आते हैं और उनकी मनोकामना भी पूरी होती है। आपको बता दें, पौड़ी के श्रीनगर में भगवान शिव का एक मंदिर स्थित है जिसे कमलेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है।
इस मंदिर के संबंध में ऐसी मान्यता है कि रावण का वध करने के बाद श्री राम गुरु वशिष्ठ की आज्ञा के अनुसार कमलेश्वर मंदिर में भगवान शिव की पूजा करने आए थे। जब वह इस स्थान पर पहुँचे, तो उन्होंने सच्चे मन व 108 कमलों से भगवान शिव की पूजा की जिसके बाद इस स्थान का नाम कमलेश्वर हो गया।
आपको बता दें, यहाँ अचला सप्तमी (घीट कमल), महाशिवरात्रि और बैकुंठ चतुर्दशी का विशेष महत्व है, जहाँ दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। जी हाँ, यहाँ पर पहुँचे नि:संतान दंपत्ति जलता हुआ दीपक हाथों में लेकर रात भर जप और जागरण करते रहते हैं। अपनी सच्ची आस्था के साथ वह सुबह अलकनंदा में इस दीपक प्रवाहित कर देते हैं और मंदिर में पूजा करते हैं। यहाँ के लोगों की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दीया लेकर तपस्या करने से संतान की मनोकामना पूरी होती है।
वायु द्वारा: इस मंदिर के निकटतम हवाई अड्डा जॉलीग्रांट हवाई अड्डा है, जो कमलेश्वर मंदिर से करीब 151 किमी दूर पर स्थित है। ऐसे में वहाँ से आप मंदिर के लिए टैक्सी या बस ले सकते हैं।
रेल द्वारा: आपको बता दें, निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है, जो कमलेश्वर मंदिर से 104 करीब किमी दूर स्थित है।
सड़क द्वार: श्रीनगर गढ़वाल उत्तराखंड के बाकि जिलों से यह रास्ता अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश से बेहद आसानी से कमलेश्वर मंदिर के लिए कैब बुक कर सकते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष व लोक मान्यताओं पर आधारित है. इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए इनख़बर किसी भी प्रकार की पुष्टि नहीं करता है.)