सूर्य ग्रहण में ना करें ये काम, इन उपायों से खुलेगी किस्मत की चाभी

नई दिल्ली : हर साल दीपावली के मौके पर सूर्यग्रहण पड़ता है जिसको लेकर लोगों के मन में तरह तरह की शंकाएं रहती हैं. दीपावली का पर्व कब मनाया जाएगा? और प्रतिपदा के दिन पड़ने वाली सभी परंपराओं का निर्वहन किस तरह किया जाएगा ऐसे सवाल आपके मन में भी जरूर आते होंगे. इसके अलावा […]

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सूर्य ग्रहण में ना करें ये काम, इन उपायों से खुलेगी किस्मत की चाभी

Riya Kumari

  • September 4, 2022 6:08 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : हर साल दीपावली के मौके पर सूर्यग्रहण पड़ता है जिसको लेकर लोगों के मन में तरह तरह की शंकाएं रहती हैं. दीपावली का पर्व कब मनाया जाएगा? और प्रतिपदा के दिन पड़ने वाली सभी परंपराओं का निर्वहन किस तरह किया जाएगा ऐसे सवाल आपके मन में भी जरूर आते होंगे. इसके अलावा ग्रहण में क्या करना है और क्या नहीं करना है, ये सभी ऐसे सवाल हैं जो जितने मुंह उतनी बातें का हिसाब रखते हैं. ऐसे में आज हम आपको इस लेख के माध्यम से सभी शंकाओं का समाधान बताने जा रहे हैं.

इस साल कब है दीपावली सूर्यग्रहण?

इस साल दीपावली के दिन प्रथम पूज्य गणपति और मां लक्ष्मी का पूजन 24 अक्टूबर 2022 दिन सोमवार की शाम 4.44 बजे के बाद किसी भी अच्छे मुहूर्त में किया जाएगा. 24 अक्टूबर 2022 की शाम 4.44 बजे के पहले चतुर्दशी की तिथि है. भारतीय समयानुसार, सूर्य ग्रहण का स्पर्श 25 अक्टूबर 2022 दिन मंगलवार को 4:31 बजे रहेगा और मध्य 5:14 बजे एवं मोक्ष 5:57 पर होने वाला है. इस बार भारत सहित कई देशों में सूर्य ग्रहण दिखेगा. ऐसे में आपको ग्रहण काल को लेकर कभी भी भयभीत नहीं होना. क्योंकि विद्वान इसे सिद्ध काल की संज्ञा भी देते हैं. यह समय आपके लिए भी काफी शुभ हो सकता है जिसमें केवल हरि नाम का जाप करना चाहिए. इससे आपको सफलता के सारे मार्ग दिखाई देंगे.

इन बातों का रखना होगा ध्यान

ग्रहण लगने वाले देशों की यात्रा करना ठीक नहीं होगा. यात्रा को एक दिन बाद प्लान करना उचित रहेगा और यदि यात्रा करनी ही पड़े तो इस दौरान हरि का नाम जपें.

सूर्य ग्रहण यानी राहु सूर्य को ग्रहण लगाएंगे और जिस नक्षत्र में वह ग्रहण पड़ रहा है, वह नक्षत्र भी राहु है, इसलिए यह ग्रहण अधिक प्रभावशाली होता है.

ग्रहण काल में उपासना व जाप करें. इनके लिए यह समय बहुत उपयुक्त होता है, और सभी मंत्र सिद्ध हो जाते हैं. यह ग्रहण सूर्य पर होने के कारण सिंह राशि व लग्न वाले या सूर्य की महादशा व अंतरदशा चलने वालों को उपासना, जाप व दान अवश्य करना चाहिए.

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