Solar Eclipse 2021:ए साल का पहला सूर्य ग्रहण जून और दूसरा सूर्य ग्रहण दिसंबर में लगेगा. सूर्य ग्रहण का लगना अशुभ माना जाता है. जिसमें कई कार्यों को करना वर्जित माना जाता है. दरअसल, सूर्य ग्रहण उस घटना को कहते है, जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक सीधी रेखा में होते हैं
नई दिल्ली : साल 2021 का आगाज हो चुका है. नए साल की शुरुआत होते ही व्रत और त्योहारों का सिलसिला भी शुरू हो गया. इसी के साथ ही नए साल में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण भी लगेंगे. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस साल दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण लगेंगे. मई से दिसंबर के बीच 4 ग्रहण लगेंगे.
अपको बता दें कि नए साल का पहला सूर्य ग्रहण जून और दूसरा सूर्य ग्रहण दिसंबर में लगेगा. सूर्य ग्रहण का लगना अशुभ माना जाता है. जिसमें कई कार्यों को करना वर्जित माना जाता है. दरअसल, सूर्य ग्रहण उस घटना को कहते है, जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक सीधी रेखा में होते हैं और चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से होते हुए गुजरता है.
पहला सूर्य ग्रहण
नए साल का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगेगा. सूर्य ग्रहण का समय 13:42 बजे से 18:41 बजे तक रहेगा. भारत में यह आंशिक रूप से दिखाई पड़ेगा. इसके अलावा यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग, यूरोप और एशिया में आंशिक, उत्तरी कनाडा, रूस और ग्रीनलैंड में पूर्ण रूप से दिखाई पड़ेगा. बता दें कि 10 जून को लगने वाला पहला सूर्यग्रहण भारत के कुछ ही भागों में देखा जा सकेगा. पूर्वोत्तर में अरुणाचल के कुछ भागों में और जम्मू-कश्मीर के कुछ भागों में ग्रहण समाप्त होने से पहले कुछ समय के लिए देखा जा सकता है.
दूसरा सूर्य ग्रहण
साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर को लगेगा. सूर्य ग्रहण का समय 10:59 बजे से 15:07 बजे तक रहेगा. इस ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा. यह अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई पड़ेगा.
ग्रहण के दौरान ना करें ये काम
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए.
मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के दौरान भोजन या पानी का सेवन नहीं करना चाहिए.
कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
ग्रहण के दौरान नाखून कांटना, बालों में कंघी करना और दांतों की सफाई करना अशुभ माना जाता है.
ग्रहण के दौरान करें ये काम
कहा जाता है कि ग्रहण शुरू होने से पहले नहा कर खुद को शुद्ध कर लेना चाहिए.
इस दौरान अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है.
सूर्य ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है.
सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए.
Makar Sankranti 2021: जानिए क्यों मनाई जाती है मकर संक्रांति, शुभ मुहूर्त और खिचड़ी का महत्व
Safala Ekadashi 2021 : जानिए सफला एकादशी 2021 का शुभ मुहूर्त, इस दिन भूलकर भी न करें यह काम