Solar Eclipse 2019 on 2 July: सूर्य ग्रहण का भारत में एक महत्वपूर्ण स्थान हैं. सूर्य ग्रहण को लेकर भारत में तरह-तरह की पौराणिक कथाओं की मान्याता दी जाती है. इस बार 2 जुलाई को सूर्य को ग्रहण लग रहा है. 2 जुलाई को लगने वाले सूर्य ग्रहण की शुरूआत न्यूजीलैंड के तट से होगा और इसका असर विभिन्न देशों में देखने को मिलेगा.
नई दिल्ली. Solar Eclipse 2019 on 2 July: इस वर्ष यानी कि 2019 में 2 जुलाई को वर्ष का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा. नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की मानें तो 2 जुलाई को लगने वाला सूर्य ग्रहण चार घंटे 33 सेकेंड तक चलेगा. हालांकि भारत में इसका कोई प्रभाव नहीं देखनें को मिलेगा. 2 जुलाई को लगने वाले सूर्य ग्रहण की शुरूआत न्यूजीलैंड के समुंद्रीय तट से होगा जो दक्षिण प्रांत के चिली, अर्जेनटीना सहित कई हिस्सों में पहुंचेगा. रिपोर्ट्स की मानें तो 2 जुलाई को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. क्योंकि सूर्य ग्रहण 11 बजकर 31 मिनट से 2 बजकर 15 मिनट तक लगेगा और इस वक्त में भारत में रात होगी.
क्यों लगता है सूर्य ग्रहण : (Why Solar Eclipse Occur)
वैज्ञानकों की मानें तो जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है जिसकी वजह से पृथ्वी पर सूर्य का प्रकाश नहीं आ पाता है, जिसे सूर्य ग्रहण करते हैं. सूर्य और पृथ्वी के बीच जीतनी देर तक चंद्रमा रहता है उतनी देर धरती पर अंधरेा छा जाता है. भारत की बात करें तो सूर्य ग्रहण 14 दिसबंर 2020 को लगेगा और इसका असर भारत में भी देखनें को मिलेगा.
भारत में ग्रहण का क्या है पौराणिक महत्व : (Mythological Importance of Solar eclipse)
पौराणिक कथाओं की मानें तो समुंद्र मंथन से उत्पन्न हुए अमृत को असुरों ने देवताओं से छीन लिया था जिसकी वजह से भगवान विष्णु ने कन्या का रूप धारण करके अमृत को असुरों और देवाताओं में बांटने लगें, लेकि विष्णु की चाल राहु नामक असुर ने समझ लिया और अपना वेश बदलकर देवाताओं के बीच बैठ गया. राहु के अमृतपान की वजह से सूर्य और चंद्रमा ने उसकी भांडा फोड़ दिया. बाद में विष्णु ने अपने चक्र से राहु असुर का धड़ अलग कर दिया. इसलिए मान्यता है कि राहु नक्षत्र में जो पैदा होता है उसके ऊपर सूर्य ग्रह असर पड़ता है, लेकिन मंत्र के जाप से व्यक्ति इन परेशानियों पर विजय पा सकता है.
सूर्य ग्रहण के दौरान ये चीजें कभी न करें : (Don’t Do these Thing during Solar Eclipse)
पौराणिक कथाओं की मानें तो जब सूर्य ग्रहण लगा हो उस दौरान व्यक्ति को खानें-पीने से परहेज करना चाहिए. इसके अलावा व्यक्ति को सूर्य ग्रहण के दौरान सोना भी नहीं चाहिए. व्यक्ति को मांसाहारी भोजन से परहेज करना चाहिए. गर्भवाती महिलाओं को लेकर मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान महिलाओं को सोना नहीं चाहिए और चलता फिरते रहना चाहिए. कहा जाता है कि अगर कोई महिला सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण के दौरान सोती है तो उसके बच्चें पर इसकी प्रभाव दिखाई देता है.
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