सूर्य ग्रहण का लगना काफी अशुभ माना जाता है. साल 2019 में दो सूर्य ग्रहण लग चुके हैं और तीसरा 26 दिसंबर को लगने जा रहा है जो आखिरी भी होगा. भारत में ग्रहण सिर्फ केरल में ही नजर आएगा. भारत समेत पूर्वी यूरोप, उत्तरी-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में यह सूर्य ग्रहण देखा जा सकता है. जानिए सूर्य ग्रहण से जुड़ी तमाम जानकारी.
नई दिल्ली. हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण की कई मान्यताएं बताई गई हैं. सूर्य ग्रहण का लगना अशुभ माना जाता है. इस साल दो सूर्य ग्रहण लग चुके हैं और तीसरा यानी आखिरी 26 दिसंबर को लगने जा रहा है. भारत में यह सूर्य ग्रहण सिर्फ केरल राज्य में ही चमकेगा. भारत समेत दुनिया के पूर्वी यूरोप, उत्तरी-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में यह सूर्य ग्रहण देखा जा सकता है. जानकारों की मानें तो इस बार ग्रहण के दौरान सूर्य आग से भरी अंगूठी की तरह नजर आएगा जिसे वैज्ञानिकों की भाषा में वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है. खास बात है कि इस ग्रहण में सिर्फ सूरज का मध्य भाग ही छाया के क्षेत्र में आता है जबकि सूर्य के बाहर का क्षेत्र प्रकाशित होता है. धार्मिक और वैज्ञानिक नजर से सूर्य ग्रहण का प्रकृति, व्यक्ति और जीव- जंतुओं पर सूर्य ग्रहण का गहरा प्रभाव पड़ता है. हालांकि, आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस आर्टिकल में सूर्य ग्रहण से जुड़ी तमाम जानकारी आपको देने जा रहे हैं.