Shri Satyanarayan Vrat Katha Video: सत्यनारायण भगवान की कथा, पूजा विधि-सामग्री, महत्व और फल

Shri Satyanarayan Vrat Katha Video: हिंदू धर्म में सत्यनारायण व्रत कथा का काफी महत्व माना जाता है. किसी भी शुभ काम से पहले या मनोकामनाएं पूरी होने के बाद सत्यनारायण व्रत की कथा सुनी जाती है. सत्य को नारायण के रूप में पूजना ही सत्यनारायण की पूजा है. मान्यता है कि इस कथा को सुनने का फल हजारों साल तक के लिए यज्ञ के बराबर माना जाता है.

Advertisement
Shri Satyanarayan Vrat Katha Video: सत्यनारायण भगवान की कथा, पूजा विधि-सामग्री, महत्व और फल

Aanchal Pandey

  • July 15, 2019 6:56 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. हिंदू धर्मावलंबियो के बीच सबसे प्रतिष्ठित व्रत कथा के रूप में भगवान विष्णु के सत्य स्वरूप की सत्यनारायण व्रत कथा है. हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम से पहले या मनोकामनाएं पूरी होने पर सत्यनारायण व्रत की कथा सुनी जाती है. हिंदू शास्त्रों में इस कथा को सुनने का फल हजारों साल तक के लिए यज्ञ के बराबर माना जाता है. कहा जाता है कि इस कथा को सुनने वाला व्यक्ति अगर व्रत रखता है तो उसके जीवन में शांति मिलती है. उसे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.

सत्यनारायण भगवान पूजन सामग्री: Satyanarayan Bhagwan Puja Samigri

धूपबत्ती, कपूर, केसर, चंदन, रोली, चावल, हल्दी, कलावा, रूई, सुपारी, 5 नग पान के पत्ते, खुले फूल 500 ग्राम, फूलमाला, पंचमेवा, गंगाजल, शहद, शुध्द घी, दही, दूध, ऋतुफल, मिठाई, आसन, केले के पत्ते, पंचामृत, तुलसी दल, कलश मिट्टी का या तांबे का भी प्रयोग कर सकते हैं. आधा मीटर सफेद कपड़ा, 3 दीपक, लौंग लगा पान का बीड़ा, नारियल, दुर्वा सभी चाजें एक जगह एकत्रित कर लें.

सत्यनारायण भगवान पूजन विधि: Satyanarayan Bhagwan Puja Vidhi

जो व्यक्ति सत्यनारायण की पूजा का संकल्प लेना चाहिए. सबसे पहले पूजा स्थल को गाय के गोबर से पवित्र करके वहां अल्पना बनाएं और उस पर पूजा की चौकी रख दें. इस चौकी के चारों ओर केले का वृक्ष लगाएं और चौकी पर सत्यनारायण भगवान की मूर्ती स्थापित करें. पूरे विधि विधान से भगवान सत्यनारायण की पूजा करें. पूजा के बाद आरती करें और चरणामृत लेकर प्रसाद बांटे. पुरोहित जी को दक्षिणा एवं वस्त्र दे और भोजन कराएं. इसके साथ ही गरीबों और जरूरतमंद को दान-पुण्य करें.

सत्यनारायण भगवान कथा महत्व: Satyanarayan Bhagwan Katha Significance

सत्य को नारायण के रूप में पूजना ही सत्यनारायण की पूजा है. इसका दूसरा अर्थ यह है कि संसार में एकमात्र नारायण ही सत्य हैं, बाकी सब माया है. शास्त्रों के मुताबिक सत्यनारायण की कथा सुनने और व्रत रखने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. पुराणों के मुताबिक सत्यनारायण को भगवान विष्णु का ही दूसरा रूप माना गया है. कहा जाता है कि अगर पैसों से जुड़ी कोई समस्या है तो सत्यनारायण भगवान की कथा करने से समस्या का समाधान होता है.

Chandra Garhan 2019: चंद्र ग्रहण के समय भूल कर भी न करें ये काम, इन बातों का रखें खास ध्यान

Happy Guru Purnima 2019 Hindi Shayari: गुरु पूर्णिमा पर फेसबुक, व्हाट्सएप पर भेजें ये हिंदी शायरी मैसेज

Tags

Advertisement