Shravana Purnima 2019 Date Calendar: श्रावण महीना हिंदू धर्म के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस पूरे महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है. वहीं महीने के आखिरी दिन सावन पूर्णिमा मनाई जाती है. सावन पूर्णिमा के दिन ही रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है. सावन पूर्णिमा को कजरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता. इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इसके अवाला पूरे महीने शिवभक्त भगवान शंकर की की पूजा अर्चना करते हैं.
नई दिल्ली. सावन मास की शुरुआत होने में कुछ दिन बाकी हैं. सावन का महीना भगवान शिव का पवित्र मास माना जाता है. सभी शिव भक्त इस महीने भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं. श्रावण महीने में शिव-पार्वती पूजा के अलावा कई त्योहार भी होते हैं. जिनमें भाई बहन को सर्मपित रक्षा बंधन का त्योहार प्रमुख हैं. साल 2019 में सावन की शुरुआत 17 अगस्त हो से रही है. हिंदू धर्म ग्रंथों के मुताबिक श्रावण पूर्णिमा का दिन बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है. सावन पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन का त्योहार बनाया जाता.
कब है सावन पूर्णिमा
साल 2019 में सावन की शुरुआत 17 जुलाई से हो रही है और सावन पूर्णिमा 15 अगस्त को होगी. मध्य और उत्तर भारत में कजरी पूर्णिमा का त्योहार भी सावन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. सावन पूर्णिमा वाले दिन यज्ञोपवीत पूजन और उपनयन संस्कार करने का विधान भी है. शास्त्रों के मुताबिक चंद्र दोष से मुक्ति पाने के लिए सावन पूर्णिमा श्रेष्ठ मानी जाती है.
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सावन पूर्णिमा व्रत
जैसा की ऊपर बताया गया है कि सावन पूर्णिमा के दिन रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन देवी, देवताओं की पूजा कर रक्षा सूत्र बाधें जाते हैं. हिंदू धर्म के मुताबिक इस पितरों का तर्पण करना चाहिए. कहा ये जाता है कि सावन पूर्णिमा के दिन गाय को चारा और मछलियों को आटे की गोलियां खिलाना काफी शुभ माना जाता है. सावन पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं में होता है और इस दिन चंद्रमा की पूजा करके चंद्र दोष से मुक्त हुआ जा सकता है.
शास्त्रों के मुताबिक इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा का विधान भी है. विष्णु-लक्ष्मी की पूजा करने से सुख संपत्ति की प्राप्ति होती है. क्योंकि सावन का महीन भगवान शिव को समर्पित है इसलिए इस दिन भगवान शंकर का रुद्राभिषेक करना चाहिए.
सावन पूर्णिमा का महत्व
देश भर में सावन पूर्णिमा बड़ी धूम-धाम से मनाई जाती है. उत्तर भारत में जहां श्रावण पूर्णिमा का दिन रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाता है वहीं दक्षिण भारत में नारियली पूर्णिमा और अवनी अवित्तम सेलिब्रेट की जाती है. मध्य भारत सावन पूर्णिमा को कजरी पूनम और गुजरात में पवित्रोपना के रूप में मनाई जाती है. जहां आषाढ़ पूर्णिमा से अमरनाथ यात्रा शुरू होती है वहीं सावन पूर्णिमा के दिन अमरनाथ यात्रा सम्पन्न होती है.
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