अध्यात्म

Sharad Purnima 2020: शुक्रवार को शरद पूर्णिमा के दिन बन रहा है ये विशेष संयोग, राशि अनुसार जानें मंत्र और पूजा विधि

नई दिल्ली. कोजागरी लक्ष्मी पूजा भारत के कई हिस्सों में विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा और पूर्वी बिहार के कुछ हिस्सों में शरद पूर्णिमा पर की जाती है. कोजागरी पूर्णिमा या शरद पूर्णिमा पर बंगाली परिवारों में यह लक्ष्मी पूजा बहुत खास होती है. दुर्गा पूजा के पांच दिन बाद पूर्णिमा की रात कोजागरी लक्ष्मी पूजा. माँ लोकनी को लक्ष्मी के रूप में या धन की देवी को बंगाली कहा जाता है जिसे चपला या चंचल दिमाग कहा जाता है और इसलिए भक्त लक्ष्मी से अपना स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा करते हैं. समय के साथ, कोजागरी लक्ष्मी पूजा एक दूसरे से मिलने और बधाई देने का एक बड़ा अवसर बन गया है.

देवी श्रीमहालक्ष्मी की पूजा आराधना का दिन शरद पूर्णिमा 30 अक्टूबर को अश्विनी नक्षत्र में मनाया जाएगा जो अतिशुभ फलदायक सिद्ध होगा. अश्विनी नक्षत्र दोपहर 2 बजकर 55 मिनट से आरंभ होकर 31 अक्टूबर को शायं 5 बजकर 54 मिनट तक विद्यमान रहेगा.

शरद पूर्णिमा 2020: कोजागरी लक्ष्मी पूजा का महत्व

कोजागरी लक्ष्मी पूजा हमेशा शाम या रात में की जाती है. पौराणिक कथा के अनुसार, देवी लक्ष्मी रात में उनकी पूजा करने के लिए लोगों के घरों में जाती हैं. कोजागरी को बंगाली शब्दों के जागो रे अर्थ से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘जो जाग रहा है’ और यह माना जाता है कि देवी के घरों में जाने वाले लोग उस रात उसकी पूजा करते थे. कोजागरी लक्ष्मी पूजा फसल के मौसम से जुड़ी हुई है और किसान अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं. कई घरों में, चावल के दानों से भरे मिट्टी या धातु के बर्तन को मूर्ति की बजाय लख्मी के रूप में पूजा जाता है.

चावल के आटे और पानी से बने पेस्ट के साथ देवी से पहले फर्श पर खींची गई अल्पना या पैटर्न एक बिल्कुल जरूरी है. जिसको अइरपन कहाजाता है. परंपरागत रूप से देवी लक्ष्मी को समर्पित विशेष डिजाइन हैं. देवी के चरणों का प्रतीक एक उल्टा ‘एस’ सभी दरवाजों के सामने खींचा जाता है और लक्ष्मी को अंदर जाने के लिए घरों का मुख्य द्वार बनाया जाता है.

शरद पूर्णिमा 2020: कोजागरी लक्ष्मी पूजा और विशेष भोग (प्रसाद)

देवी लक्ष्मी को चढ़ाया जाने वाला पारंपरिक भोग या भोजन बहुत अलग होता है. खिचड़ी, एक मिश्रित वनस्पति वस्तु जिसे लेब्रा या चोकोरी कहा जाता है, के साथ पांच प्रकार की सब्जियों को तला जाता है. लोग मटर और फूलगोभी से बने व्यंजन भी पेश करते हैं. नारियल और तिल या तिल के साथ बनाया गया छोटा लड्डू एक मस्ट है. महिलाएं सभी वस्तुओं को पकाती हैं और केले के पत्ते, मिट्टी के बर्तन या धातु की प्लेट और कटोरे पर लक्ष्मी को खूबसूरती से चढ़ाती हैं.

Panchak 2020 : जानिए क्या होता है पंचक? कौन से काम पंचक के दौरान करने से बचना चाहिए

AAJ KA Love Rashifal In Hindi 29 October 2020: इन राशियों के वैवाहिक जीवन पर आएगा संकट, जानें सभी 12 राशियों का लव राशिफल

Aanchal Pandey

Recent Posts

बीजेपी चुनाव समिति की बैठक जारी, PM मोदी और गृह मंत्री शाह BJP मुख्यालय पहुंचे

दिल्ली में बीजेपी की चुनाव समिति की बैठक चल रही है। इस मीटिंग में दिल्ली…

12 minutes ago

सुब्रमण्यन के एक बयान से युवाओं में मची खलबली, कमेंट में बोले- हॉलिडे का नाम बदल दो

सुब्रमण्यम ने एक वायरल वीडियो में कहा कि अगर भारत को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी…

20 minutes ago

Mahakumbh 2025: पीएम मोदी से मिले यूपी के सीएम योगी, महाकुंभ में आने का दिया निमंत्रण

सीएम योगी ने पीएम मोदी को महाकुंभ-2025 में आने का निमंत्रण दिया है। बताया जा…

34 minutes ago

चीन स्पेस में बनाएगा बांध, अंतरिक्ष में थ्री गोर्जेस डैम जैसे विशाल सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट की तैयारी

चीनी सरकार तिब्बत में बह्मपुत्र नदी पर बड़ा बांध बना रही है। चीन के इस…

35 minutes ago

महाकुंभ में चुटकी बजाते ट्रैफिक होगी दूर, प्रशासन ने कसी कमर, जानें आने-जानें का रुट

प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। इस दौरान भीड़…

57 minutes ago

JEE एग्जाम पर SC का बड़ा फैसला, अब इन छात्रों को मिलेगा मौका, जानें यहां पूरी डिटेल

सुप्रीम कोर्ट ने यह माना कि 5 नवंबर 2024 को जारी प्रेस विज्ञप्ति में Joint…

1 hour ago