Mahabharat: हिंदू धर्म में भाई-बहनों के बीच विवाह वर्जित है। भाई-बहनों में शादी करने पर पाप के भागी बनते हैं लेकिन महाभारत काल में एक महान योद्धा ने अपनी बहन से विवाह कर लिया था। महाभारत में अर्जुन और सुभद्रा के बीच प्रेम-विवाह का वर्णन है। सुभद्रा अर्जुन के मामा की बेटी थीं। कुंती श्री […]
Mahabharat: हिंदू धर्म में भाई-बहनों के बीच विवाह वर्जित है। भाई-बहनों में शादी करने पर पाप के भागी बनते हैं लेकिन महाभारत काल में एक महान योद्धा ने अपनी बहन से विवाह कर लिया था। महाभारत में अर्जुन और सुभद्रा के बीच प्रेम-विवाह का वर्णन है। सुभद्रा अर्जुन के मामा की बेटी थीं। कुंती श्री कृष्ण की बुआ थीं। फिर भी अर्जुन सुभद्रा को देखकर मोहित हो गए और उनसे विवाह कर लिया।
अर्जुन पहले से ही विवाहित थे। द्रौपदी, उलूपी और चित्रांगदा अर्जुन की पत्नियां थीं लेकिन वो सुभद्रा को देखकर मोहित हो गए। पौराणिक कथा के अनुसार एक बार भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को द्वारका बुलाया था। जब वो वहाँ पहुंचे तो सुभद्रा को देखकर अपना सुध-बुध खो बैठे। कृष्ण दोनों की मनोस्थिति समझ गए। अर्जुन जानते थे कि उनका और सुभद्रा का विवाह संभव नहीं है। हालांकि कृष्ण ने दोनों के सामने विवाह का प्रस्ताव रख दिया।
इधर बलराम सुभद्रा का विवाह दुर्योधन से कराना चाहते थे। अर्जुन के सामने कृष्ण ने विकल्प रखा कि वो सुभद्रा का अपहरण कर लें। अर्जुन ने ऐसा ही किया वो सुभद्रा का अपहरण करके ले गए। दोनों ने गन्धर्व विवाह कर लिया। अर्जुन सुभद्रा को लेकर अपने नगर गए। बाद में सुभद्रा ने अभिमन्यु जैसे वीर पुत्र को जन्म दिया।
भगवान विष्णु ने वृंदा का सतीत्व क्यों किया भंग, राक्षस पत्नी की श्राप से बन गए पत्थर