नई दिल्ली, शिव जी के भक्तों के लिए सावन माह बहुत ही ख़ास होता है. इस महीने में भगवन शिव की पूजा अराधना की जाती है. हिंदू धर्म में इस महीने का बहुत ही अधिक महत्त्व है. इसे बहुत पवित्र माना जाता है. चलिए आपको बताते हैं कि इस माह कब से शुरू होगा सावन […]
नई दिल्ली, शिव जी के भक्तों के लिए सावन माह बहुत ही ख़ास होता है. इस महीने में भगवन शिव की पूजा अराधना की जाती है. हिंदू धर्म में इस महीने का बहुत ही अधिक महत्त्व है. इसे बहुत पवित्र माना जाता है. चलिए आपको बताते हैं कि इस माह कब से शुरू होगा सावन का पर्व. इस साल 14 जुलाई से 12 अगस्त तक सावन महीना रहेगा. बता दें, सावन के महीने में बेलपत्र भी चढ़ाए जाते हैं. मान्यता है कि दूध, जल, भांग धतूरा, फूल, फल आदि अपर्ण कर अगर सच्चे मन से भोले नाथ की आराधना की जाए तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
सावन के महीने में गलती से भी नॉनवेज का सेवन न करें. इस महीने में नशे से भी दूर रहें, यहां तक कि श्रावण मास में लहसुन-प्याज खाने की भी मनाही होती है, साथ ही सावन महीने में बैंगन, मूली खाने से भी बचना चाहिए. इस महीने में जितना हो सके सात्विक भोजन ही करना चाहिए. सावन में आपको दूध पीने से बचना चाहिए क्योंकि दूध से शिवजी का अभिषेक किया जाता है. इस महीने में बुरे कर्मों और यहां तक की बुरे विचारों को भी मन में नहीं लाना चाहिए, और न ही किसी का अपमान करना चाहिए. सावन के दौरान अगर कोई ज़रूरतमंद आपके द्वार पर आए तो उसे खाली हाथ न लौटाएं, अगर गाय-बैल, कुत्ता आदि भी आए तो उसे भी भोजन दें.
श्रावण मास के दौरान शरीर पर तेल लगाना अशुभ माना जाता है. ऐसा करने से बीमारियों के शिकार हो सकते हैं. शिवजी की पूजा करते समय ध्यान रखें कि उन्हें हल्दी-कुमकुम अर्पित न करें क्योंकि हल्दी का संबंध महिलाओं से है और कुमकुम सुहाग की निशानी होती है. शिवजी से संहार के देवता हैं इसलिए उन्हें सिंदूर भूलकर भी अर्पित नहीं करना चाहिए.
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