सफला एकादशी 2017: भगवान विष्णु का व्रत रखकर इस विधि से करें पूरे, होगी सारी मनोकामनाएं पूरी

सफला एकादशी पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को कहते हैं. सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. सफला एकादशी के दिन विधि - विधान के साथ शुभ मुहूर्त पर पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

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सफला एकादशी 2017: भगवान विष्णु का व्रत रखकर इस विधि से करें पूरे, होगी सारी मनोकामनाएं पूरी

Aanchal Pandey

  • December 13, 2017 10:22 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली: आज सफला एकादशी है. पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी के दिन को ही सफला एकादशी कहते हैं. इस दिन सफला एकादशी का व्रत किया जाता है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सफला एकादशी साल की आखिरी एकादशी होती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि सफला एकादशी 2017 का व्रत करने और विधि – विधान से पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इतना ही नहीं कहा यह भी जाता है कि सफला एकादशी का व्रत करने से मनुष्य को सभी कामों में सफलता मिलती है और इस व्रत से कई पीढ़ियों का पाप दूर होता है

सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु का पूजा करने के बाद ब्रह्माणों को दान देना की भी मान्यता है. इसके अलावा सफला एकादशी 2017 के दिन लोग पूरी रात जागरण भी करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पुराणों में सफला एकदशी का क्या महत्व है. दरअलस ब्रह्मांडा पुराण में युधिष्ठिर और भगवान कृष्ण के बीच बातचीत के रूप में सफला एकादशी का वर्णन है. इसके अलावा ऐसा भी कहा जाता है कि सफला एकादशी के व्रत से सारे दुख दूर हो जाते है और भाग्य भी खुल जाता है.

सफला एकादशी 2017 के सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करना चाहिए. इसके बाद साफ-सुधरे कपड़े पहनकर भगवान विष्णु के सामने व्रत का संकल्प करना चाहिए. भगवान विष्णु के सामने सफला एकादशी व्रत का संकल्प लेने के बाद धूप, दीप, फल आदि से भगवान विष्णु पूजा करनी चाहिए. पूजा के दौरान भगवान विष्णु को पंचामृत जरूर अर्पित करें. इसके अलावा रात को विष्णु के नाम का पाठ करते हुए जागरण करना चाहिए. शाम को आहार ग्रहण करने के पहले गर्म वस्त्र और अन्न का दान करना भी काफी शुभ माना जाता है.

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