Ramadan 2019 Iftar Sehri Time 8th May: रमजान का पाक महीना मुसलमानों के लिए बेहद ही खास होता है. रमजान का यह महीना मुसलमान के लिए रहमत, बरकत और मगफिरत का महीना होता है. 7 मई से रमजान के महीने की शुरुआत हो चुकी है. रोजेदारों की मानें तो इस पाक महीने में अल्लाह की इबादत करने से उनके लिए जन्नत नसीब होती है. कल यानी 8 मई को सहरी और इफ्तार का समय जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर..
नई दिल्ली. Ramadan 2019 Iftar Sehri Time 8th May: इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक 7 मई से पाक महीने रमजान की शुरुआत हो चुकी है. पहला रोजा 7 मई को रखा जाएगा. रमजान के इस पाक महीने में रोजेदार पूरी शिद्दत के साथ अल्लाह की इबादत करते हैं और बुरे काम करने से पूरा परहेज करते हैं. पूरे 30 दिन तक रोजे रखने के बाद ईद उल फितर मनाई जाती है. ईद उल फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है. कुरान के मुताबिक हर मुसलमान का नमाज पढ़ना एक फर्ज है.
ठीक इसी तरह रमजान के इस महीने में रोजा रखना भी एक फर्ज बताया गया है. अल्लाह की बरकत उनपर बनी रहे, इसलिए रोजा रखना भी एक जरूरी काम है. रोजा रखने वाला व्यक्ति इस पाक महीने में पांच वक्त की नमाज पढ़ता है.
रमजान का यह पाक महीना तीन हिस्सों में बांटा गया है. इन हिस्सों को अशरा कहते हैं. एक अशरा 10 दिन का होता है. पहल अशरा रहमत का अशरा कहलाता है. वहीं दूसरा अशरा मगफिरत का होता है, जिसमें रोजेदार अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं. तीसरे अशरे में रोजेदार खुद को जहान्नम की आग से बचाने के लिए अल्लाह से दुआ करते हैं.
8 मई के रोजा का सहरी और इफ्तार का समय
सहरी का समय- सुबह 4.08
इफ्तार का समय- शाम 7.01 बजे है
क्या होता है रोजा
रमजान के इस पाक महीने में मुसलमान 30 दिनों तक रोजा रखते हैं. मुसलमान सुबह सूर्योदय से लेकर शाम सूर्यास्त तक भूखा प्यासा रहकर अल्लाह की इबादत करते हैं. इसी बिना कुछ खाए और पिये रहने को रोजा रखना कहा जाता है और जो मुसलमान रोजा रखता है उसे रोजादार कहा जाता है. आपको बता दें कि इन दिनों भीषण गर्मी हो रही है. इसलिए रोजेदार के लिए रोजा रखना आसान बात नहीं होती है. रोजेदार पूरे दिन में पानी की एक बूंद तक नहीं पीते हैं.
सहरी और इफ्तार क्या होते हैं
एक रोजादार पूरे 24 घंटों में सिर्फ दो बार ही खाना खा सकता है और वह भी सिर्फ कुछ समय के लिए. रोजेदार तड़के सुबह सूर्योदय से पहले जब खाना खाते हैं तो उसे सहरी कहते हैं. इसी तरह शाम को सूर्यास्त के बाद रोजेदार इफ्तार के साथ अपना रोजा खोलते हैं. 8 मई यानी बुधवार को सहरी का समय सुबह 4.08 और इफ्तार का समय शाम 7.01 बजे है.