Rama Ekadashi 2018: सालभर में 12 एकादशी पड़ती हैं. कार्तिक मास की एकादशी को रमा एकादशी कहते हैं. जिसका हिंदू रीति रिवाजों में अहम महत्व होता है. पढ़िए रमा एकादशी व्रत पूजन, रमा एकादशी पूजन विधि.
नई दिल्ली. साल भर में वैसे तो 12 एकादशी मनाई जाती है लेकिन कार्तिक मास की एकादशी का खास महत्व होता है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी कहते हैं. रमा एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और घर की सुख शांति को लेकर पूजा की जाती है.
रमा एकादशी तिथि व शुभ मुहूर्त
रमा एकादशी हर साल दिवाली से 3 दिन पहले मनाई जाती है. इस बार रमा एकादशी तिथि 3 नवंबर की है. इस दिन भक्त व्रत करते हैं और भगवान विष्णु व लक्ष्मी मां का पूजन करते हैं. रमा एकादशी के शुभ मुहूर्त की बात करें तो 3 नवंबर को सुबह 05:09 मिनट पर यह शुरू हो जाएगी और 04 को 3बजकर 14 मिनट तक रहेगी.
रमा एकादशी पूजन विधि
जैसा कि आपको ऊपर बता चुके हैं कि रमा एकादशी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान कर लेना चाहिए. साफ सुथरे वस्त्र धारण कर भगवान विष्णु मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें और भगवान को फल फूल धूप अर्पित करें. साथ ही एकादशी की कथा का पाठ करें.
रमा एकादशी 2018 पर जरूर करें ये उपाय
1) भगवान श्री कृष्ण मंदिर में बांसुरी का दान कीजिए.
2) इस दिन भूल कर भी चावन न खाएं.
3) मंदिर में द्रव्य का दान कीजिये
4) गरीब व जरूरतमंद लोगों को अवश्य को दान दें.
5)निर्जला व फलाहार व्रत करें.
6) गौ शाला में भी दें दान
7)श्री रामचरितमानस के अरण्य कांड पाठ करें