नई दिल्ली। अअयोध्या के भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होना है। इस अवसर को देशभर में त्योहार के रूप में मनाया जाएगा। इस घड़ी का इतंजार राम भक्त, पिछले कई वर्षों से कर रहे थे। अब जाकर उनके सब्र और धैर्य का फल […]
नई दिल्ली। अअयोध्या के भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होना है। इस अवसर को देशभर में त्योहार के रूप में मनाया जाएगा। इस घड़ी का इतंजार राम भक्त, पिछले कई वर्षों से कर रहे थे। अब जाकर उनके सब्र और धैर्य का फल मिलने जा रहा है। बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा एक बहुत ही पावन प्रकिया है, जिसके लिए कठिन नियम बनाए गए हैं। इन्हीं में एक नियम है यम अनुष्ठान(Ram Mandir Yam Niyam)। आइए जानते हैं कि यम अनुष्ठान नियम क्या है।
शास्त्रों के अनुसार, मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले कठोर यम नियम का पालन किया जाता है। दरअसल, अष्टांग योग के आठ भाग है, जिसमें आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, भजन, समाधि, यम और नियम शामिल हैं। यम नियम में अन्न और बिस्तर पर सोने का त्याग करना और रोजाना स्नान करना होता है। शास्त्रों के अनुसार, मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान को मूर्ति स्थापना करने से पहले यम नियम का पालन करना चाहिए।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहेंगे। ऐसे में पीएम मोदी भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए यम-नियम(Ram Mandir Yam Niyam) का पालन कर रहे हैं। पीएम मोदी पिछले 8 दिनों से उपवास कर रहे हैं। इस दौरान वह अन्न नहीं खा रहे हैं और एक नारियल का पानी पी रहे हैं। इसके साथ अन्य यम नियमों का भी पालन कर रहे हैं। पीएम मोदी 11 दिन का अनुष्ठान और व्रत किया हुआ है।
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