नई दिल्ली, सावन का महीना शुरू होते ही लोगों के मन में त्योहारों के लिए उत्सुकता भी बढ़ गई है. सावन में सोमवार व्रत और मंगलागौरी व्रत के साथ ही रक्षाबंधन भी पड़ रहा है. इस साल रक्षाबंधन की तारीख को लेकर काफी कन्फ्यूज़न है क्योंकि इस बार सावन के शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा तिथि […]
नई दिल्ली, सावन का महीना शुरू होते ही लोगों के मन में त्योहारों के लिए उत्सुकता भी बढ़ गई है. सावन में सोमवार व्रत और मंगलागौरी व्रत के साथ ही रक्षाबंधन भी पड़ रहा है. इस साल रक्षाबंधन की तारीख को लेकर काफी कन्फ्यूज़न है क्योंकि इस बार सावन के शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा तिथि दो दिन पड़ रही है, जिसकी वजह से लोग यह नहीं समझ पा रहे कि आखिर किस दिन रक्षाबंधन मनाया जाएगा.
चलिए, आज जानते हैं कि पूजा के लिए राखी की थाली किस तरह सजाई जाती है और थाली में किन चीज़ों को रखना ज़रूरी है:
राखी
नारियल (चाहें तो)
चंदन
दीया
मिठाई
पानी
चावल
रोली
भाई बहन के प्रेम का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन हर साल शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को पड़ता है, इस बार पूर्णिमा तिथि 11 और 12 अगस्त यानि दो दिन पड़ रही है इसलिए इस बार रक्षाबंधन की तारीख को लेकर कन्फ्यूज़न है. ऐसे में अगर आप भी रक्षाबंधन की सही तारीख को लेकर कंफ्यूज हैं तो परेशान न हों हिंदू पंचांग के मुताबिक सावन माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होगी जो अगले दिन 12 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर खत्म होगी.
मान्यता है कि यदि राखी शुभ मुहूर्त में बांधी जाए तो भाई-बहन का रिश्ता और भी ज़्यादा मज़बूत हो जाता है, ऐसे में आपको राखी बांधने का शुभ मुहूर्त पता होना चाहिए. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 11 अगस्त को सुबह 9 बजकर 28 मिनट से शुरू होगा और रात 9 बजकर 14 मिनट तक रहेगा. इस दौरान आप कभी भी अपने भाई को राखी बाँध सकते हैं.
ज्योतिषियों का कहना है कि इस साल रक्षाबंधन का त्योहार भद्रा के साय में मनाया जाएगा ऐसे में, 11 अगस्त यानी रक्षाबंधन के दिन शाम 5 बजकर 17 मिनट से भद्रा का साया रहेगा. भद्रा का साया 11 अगस्त की शाम 5.17 से लेकर 6.18 तक रहेगा. इसके बाद 6.18 से रात 8 बजे तक मुख भद्रा रहेगी, वहीं इस दिन भद्रा का साया पूर्ण रूप से रात 8 बजकर 51 मिनट पर खत्म होगा. इसके बाद आप रखी बाँध सकते हैं.
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