Raksha Bandhan 2019 Bhadra: बहन-भाई के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार 15 अगस्त गुरुवार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा. खास बात है कि रक्षाबंधन 2019 पर भद्र काल का साया नहीं रहेगा. यानी बहनें सूर्योदय के बाद कभी भी भाई को राखी बांध सकती हैं.
नई दिल्ली. गुरुवार 15 अगस्त को भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन धूमधाम से पूरे देश में मनाया जाएगा. हर साल सावन की पूर्णिमा के मौके पर लोग राखी का त्योहार मनाते हैं. इस दिन बहन अपने भाई को राखी बांधकर उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं. हालांकि, रक्षाबंधन पर भद्र काल का काफी ध्यान रखा जाता है. इस काल समय के दौरान राखी बांधना ठीक नहीं माना जाता है. लेकिन रक्षाबंधन 2019 पर कोई भद्र काल नहीं पड़ रहा है. सभी बहनें सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक अपने भाई की कलाई में राखी बांध सकती हैं.
रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के लिए बहुत ज्यादा खास होता है. इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई जीवनभर अपनी बहन की रक्षा करने की कसम खाता है. राखी बांधने के बाद बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है. और प्रेम का धागा बांधकर भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं. कहा जाता है कि राखी के धांगे का संबंध अटूट होता है, जो जिंदगीभर भाई की रक्षा करता है.
ऐसे तैयार करें रक्षाबंधन पर पूजा की थाली
रक्षाबंधन की सुबह जल्द उठकर स्नान करें और नए या साफ वस्त्र धारण कर पूजा की थाली तैयार करें. पूजा की थाली में राखी, हल्दी, कुमकुम, अक्षत, और मिठाई रखें. इसके बाद बहन अपने भाई का तिलक करने के बाद उस की आरती करें. राखी बांधते समय ध्यान रखें कि सिर्फ भाई के दाऐं हाथ में ही राखी बांधी जाती है. जिस समय तक बहन भाई को राखी नहीं बांधती है, उस समय तक दोनों लोग उपवास रखते है. राखी बांधने के बाद बहन भाई को मिठाई खिलाकर उपवास तोड़ती है फिर भाई बहन के चरण छूता है.