Rahu Ketu Transit 2020: हिंदू धर्मशास्त्रों विशेषकर ज्योतिषशास्त्र में राहुल केतु की वक्रगति का विशेष स्थान है. राहु केतु की वक्र गति मेष समेत सभी 12 राशियों पर अलग-अलग तरह का प्रभाव डालती है. राहु और केतु का गोचर किसी राशि के लिए जहां मंगलकारी होता है वहीं किसी राशि के लिए विनाशकारी साबित होता है.
Rahu Ketu Transit 2020: हिंदू धर्मशास्त्रों और ज्योतिषशास्त्रों में राहु और केतु की वक्र गति का विशेष महत्व है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार राहु और केतु की वक्रगति सभी 12 राशियों पर अच्छ बुरा कुछ न कुछ प्रभाव अवश्य डालती है. ज्योतिषीय गणना के मुताबिक 23 सितंबर 2020 को राहु गोचरवश अपनी वक्रगति के चलते मिथुन से वृषभ राशि और केतु धन से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि राहु केतु की वक्रगति का राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा.
जानें राशियों पर क्या होगा प्रभाव
मेष राशि
मेष राशि वाले जातकों को राहु केतु के गोचर अनुसार धन की अकस्मात हानि होगी. पारिवारिक सुख की हानि व कुटुंबीजनों से विवाद होगा. विद्यार्थियों का पढ़ाई में मन नहीं लगेगा. शत्रुपक्ष मेष राशि के जातकों पर हावी हो सकती है. नेत्र व गुदा रोक के कारण कष्ठ होगा. विदेश यात्रा होने की संभावना होगी.
वृषभ राषि
वृषभ राशि वाले जातकों को राहु केतु के गोचर के अनुसार मान सम्मान व सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. धनलाभ होगा. पुत्र जन्म की संभावना बनेगी. पुत्र का भाग्योदय होगा. शारीरिक चोट के कारण मानसिक कष्ट रहेगा.
मिथुन राशि
मिथुन राश के जातकों को राहु केतु के गोचर अनुसार धन की होनी होगी. व्यय में अधिक्ता होगी. परिवार व घर से दूर निवास की संभावना बनेगी. सुख का आभाव होगा. विवाद के कारण बंधन व राजदंड की संभावना बनेगी. मन में अवसाद रहेगा. नेत्र में चोट की संभावना है.
कर्क राशि
कर्क राशि वाले जातकों की राहु और केतु के गोचर की वजह से धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी. जातकों में दान और पुण्य की प्रवृत्ति बढ़ेगी. धनलाभ में कमी आएगी. मित्रों को आपकी वजह से कष्ट हो सकता है. पुत्र को भी कष्ट पहुंचने की संभावना है.
सिंह राशि
सिंह राशि वाले जातकों को राहु केतु के गोचर अनुसार धनलभा होगा. तीर्थ यात्रा का योग बन सकता है. गोचर की वजह से जातक के मनोवांछित कार्य सफल होंगे. मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी. अचल संपत्ति की प्राप्ति होगी. मन प्रसन्न रहेगा. शत्रु पराजित होंगे.
कन्या राशि
कन्या राशि वाले जातकों को राहु केतु के गोचर अनुसार आशा के अनुरूप लाभ होगा. मित्रों से मदद मिलने की उम्मीद है. सरकार से सहायता प्राप्त हो सकती है. धनलभा होने की संभावना है. शत्रु पराजित होंगे. मन प्रसन्न व आनंदित रहेगा. धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी.
तुला राशि
तुला राशि वाले जातकों को राहु केतु के गोचर अनुसार धनलाभ होगा. विदेश यात्रा का योग बन रहा है. अचल संपत्ति की प्राप्ति होगी. पदोन्नति होने की संभावना है. कार्यक्षेत्र में प्रभाव बढ़ेगा. रोग की उत्पत्ति के कारण शारीरिक व मानसिक कष्ट होने के पूरे ययोग बन रहे हैं.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वाले जातकों को राहु-केतु के गोचर अनुसार व्यापार-व्यवसाय में उन्नति होगी. आर्थिक लाभ होगा. यात्राएं लाभदायक रहेंगी. मान-प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी होगी. शारीरिक चोट के कारण कष्ट होगा. वायु दोष संबंधी रोगों की उत्पत्ति होगी.
धनु राशि
धनु राशि वाले जातकों को राहु-केतु के गोचर अनुसार दीर्घकालिक रोगों की उत्पत्ति होगी. मान-प्रतिष्ठा भंग होगी. धनहानि होगी. आय में कमी आएगी. व्यय बढ़ेगा. मन में अत्यधिक अशांति रहेगी. आंखों में कष्ट होगा.
मकर राशि
मकर राशि वाले जातकों को राहु-केतु के गोचर अनुसार धन-धान्य व ऐश्वर्य में वृद्धि होगी. लॉटरी व शेयर इत्यादि से लाभ होगा. आय में वृद्धि होगी. धनलाभ होगा. भाग्य का साथ प्राप्त होगा. मित्रों से लाभ होगा. मनोवांछित कार्य सफल होंगे.
कुंभ राशि
कुंभ राशि वाले जातकों को राहु-केतु के गोचर अनुसार पारिवारिक सुख की हानि होगी. घर से दूर निवास की संभावना बनेगी. सुख की हानि होगी. धनहानि होगी. मन उदास व खिन्न रहेगा. परिवार के सदस्यों से विवाद होने की संभावना है. मनोवांछित कार्य असफल होंगे. राज्य की ओर से दंड मिलेगा. मन में अवसाद व अशांति रहेगी.
मीन राशि
मीन राशि वाले जातकों को राहु-केतु के गोचर की वजह से आर्थिक लाभ होने की उम्मीद है. धन की प्राप्ति भी प्रबल योग बन रहा है. इस राशि के जातक अपने शत्रुओं पराजित करने में सफल होंगे. जातक का भाग्योदय होगा. मित्रों से लाभ मिलने की पूरी उम्मीद है. जातक की मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. पुत्र से लाभ होगा. मनोवांछित कार्य सफल होंगे. यात्राएं लाभदायक रहेंगी. मन प्रसन्न व आनंदित रहेगा.
Chhath Puja 2020: इस दिन होगी खरना पूजा 2020, जाने शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व
Chhath Puja 2020: इस दिन होगी नहाय खाय की पूजा 2020, जानें शुभ मुहूर्त, विधि और महत्व