नई दिल्ली। अक्सर हम लोगों को हाथ व पैरों में कई रंगों के धागों को बांधे हुए देखते हैं। जिन्हें बांधने का हर व्यक्ति का अपना कारण होता है। लेकिन इसके पीछे का जो सबसे बड़ा कारण माना जाता है वो ये कि ये नकारात्मक ऊर्जा से बचाने का काम करता है। इसके अलावा कमर […]
नई दिल्ली। अक्सर हम लोगों को हाथ व पैरों में कई रंगों के धागों को बांधे हुए देखते हैं। जिन्हें बांधने का हर व्यक्ति का अपना कारण होता है। लेकिन इसके पीछे का जो सबसे बड़ा कारण माना जाता है वो ये कि ये नकारात्मक ऊर्जा से बचाने का काम करता है। इसके अलावा कमर पर भी धागा बांधा जाता है। लोग कमर पर लाल या काला धागा ज्यादा बांधते हैं, लेकिन कुछ लोग पीला धागा भी बांधते हैं।
दरअसल, कमर में पीला धागा बांधने का उच्च धार्मिक महत्व माना जाता है। हिंदू धर्म में इसे कमरबंध या कमरचीनी भी कहा जाता है। जिसे धार्मिक और सांस्कृतिक समारोहों में महत्वपूर्ण रूप से शामिल किया जाता है। इसका पीला रंग उन्नति, समृद्धि, सौभाग्य और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। यह विशेष रूप से सावधानी, सुरक्षा, और संरक्षण के लिए इस्तेमाल होता है। खासतौर पर कमरबंध का प्रयोग महिलाओं द्वारा विवाह, उपनयन, गृह प्रवेश, नवरात्रि, दीपावली और अन्य सांस्कृतिक और धार्मिक अवसरों पर किया जाता है। यही नहीं, कुछ लोग रोज़ा के दौरान भी कमरबंध पहनते हैं।
कमरबंध के तौर पर पीला धागा बांधना भारतीय परंपरा संस्कृति, धर्म और समृद्धि का प्रतीक है और लोगों को उनके धार्मिक और सामाजिक दायित्वों का अनुसरण करने की अनुशंसा भी करता है। माना जाता है कि इससे व्यक्ति के जीवन में खुशहाली, सुरक्षा और समृद्धि का संकेत मिलता है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स के अनुसार जानते हैं कि क्या कमर पर पीला धागा बांधा जा सकता है।
पीला रंग गुरु ग्रह का माना गया है। ऐसे में कमर पर पीला धागा बांधना गलत बताया गया है। जिसका कारण यह है कि कमर के नीचे पीले रंग के धागे को बांधने से गुरु ग्रह कमजोर होता है।
पीले धागे को बांधना सही है यदि उसका स्थान ठीक हो। ऐसे में अगर आप पीले धागे को कलाई या फिर बाजू पर बांधेंगे, तो इससे गुरु मजबूत होते हैं। यह आपको भविष्य में शुभ परिणाम दे सकते हैं।
यदि आपकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और धन की काफी कमी चल रही है, तो पीले धागे को कलाई या बाजू में बांध लें। गुरु ग्रह के मजबूत होने से धन और भाग्य चमकता है।
(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। जिसका किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं की गई है। यहां दी गई किसी भी जानकारी या मान्यता पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)