इस बार शरद पूर्णिमा शनिवार यानी 15 अक्टूबर को मनायी जाएगी. शरद पूर्णिमा को कोजोगार पूर्णिमा व्रत और रास पूर्णिमा भी कहा जाता है. मान्यता है की शरद पूर्णिमा की रात चन्द्रमा सोलह कलाओं से संपन्न होकर अमृत वर्षा करता है इसलिए इस रात में खीर को खुले आसमान में रखा जाता है और सुबह उसे प्रसाद मानकर खाया जाता है.
एक तरफ रामनवमी और मुहर्रम को लेकर जहां कई शहर में लोग दहशत और प्रशासन तनाव में रहता है वहीं बिहार के बेगूसराय में जिस दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस को पुलिस ने मुसलमानों की बस्ती से गुजरने से रोक दिया था, उसी बस्ती के मुस्लिमों लोगों ने शर्बत-पानी का इंतजाम करके जुलूस की अगवानी की.
देश में पिछले साल पांच नवंबर को एक खास बात हुई थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सोने का सिक्का लांच किया.जिसके एक तरफ अशोक चक्र और दूसरी तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर थी.
नई दिल्ली. रोशनी का त्योहार का दीपावली को आने में कुछ दिन बचे हैं. बाजारों में रौनक नवरात्र और दशहरे से ही शुरू हो जाती है. लोगों ने खरीददारी के लिए प्लान बना लिया है. माना जाता है कि दीपावली और धनतेरस में खरीददारी करना शुभ होता है. इनख़बर से जुड़ें | एंड्रॉएड ऐप्प | फेसबुक | ट्विटर आपको […]