दीपावली की रात देवी लक्ष्मी की पूजा सब लोग करते हैं लेकिन ऐसा जरूरी नहीं कि देवी लक्ष्मी सब पर बराबर मेहरबान हों. किसी के घर में देवी लक्ष्मी की ज्यादा तो किसी के घर में कम कृपा हो सकती है.
दिवाली पर सभी लोग मां लक्ष्मी और गणेश भगवान की पूजा करते हैं. ताकि घर में हमेशा लक्ष्मी की कृपा बनी रहे. ऐसा माना जाता है कि दिन लक्ष्मी की पूजा करने से देवी प्रसन्न होती है और भक्तों पर कृपा बनाए रखती है.
इस साल धनतेरस 28 अक्टूबर को है. पूरी दुनिया में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने दिवाली से दो दिन पहले धन्वंतरि का अवतार लिया था. इसलिए दिवाली के दो दिन पहले धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है.
रोशनी के त्योहार यानि दीपावली की शुरुआत धनतेरस से होती है. दिवाली और दीवाली दोनों में धन की देवी लक्ष्मी माता की पूजा विशेष रूप से की जाती है क्योंकि हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेरदेव और माता लक्ष्मी की पूजा करने से समृद्धि, खुशियों के साथ ही पर्याप्त धन की प्राप्ति होती है.
करवा चौथ पर पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती हैं. उसके बाद जब चांद निकलता है उसकी पूजा करके और अर्घ्य देकर पति की आरती उतारती हैं. लेकिन क्या आपको कभी ये लगा कि क्यों करवा चौथ पर चंद्रमा की पूजा की जाती है.
दिवाली हिंदूओं का पवित्र त्योहार है. इसके कई दिनों पहले से ही तैयारी होने लगती है. लोग घरों की सफाई करते हैं साथ घर के लिए खरीददारी भी करते हैं. दिवाली पर एक-दूसरे को उपहार देने का भी रिवाज है. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि दिवाली पर कुछ भी खरीदना है तो सोच समझकर खरीदें. खरीददारी करते वक्त इन बातों का जरूर ध्यान रखें.
आश्विन मास के समापन के बाद 'मासोत्तम मासे, कार्तिक मासे' का आज से शुभारंभ हो चुका है. हिंदू पंचाग के अनुसार यह साल का आठवां महिना होता है. पुराणों के अनुसार कार्तिक माह सबसे उत्तम और सबसे अच्छा माह माना जाता है. कार्तिक माह का अपना एक विशेष महत्व होता है.
इस बार शरद पूर्णिमा शनिवार यानी 15 अक्टूबर को मनायी जाएगी. शरद पूर्णिमा को कोजोगार पूर्णिमा व्रत और रास पूर्णिमा भी कहा जाता है. मान्यता है की शरद पूर्णिमा की रात चन्द्रमा सोलह कलाओं से संपन्न होकर अमृत वर्षा करता है इसलिए इस रात में खीर को खुले आसमान में रखा जाता है और सुबह उसे प्रसाद मानकर खाया जाता है.
एक तरफ रामनवमी और मुहर्रम को लेकर जहां कई शहर में लोग दहशत और प्रशासन तनाव में रहता है वहीं बिहार के बेगूसराय में जिस दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस को पुलिस ने मुसलमानों की बस्ती से गुजरने से रोक दिया था, उसी बस्ती के मुस्लिमों लोगों ने शर्बत-पानी का इंतजाम करके जुलूस की अगवानी की.
देश में पिछले साल पांच नवंबर को एक खास बात हुई थी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सोने का सिक्का लांच किया.जिसके एक तरफ अशोक चक्र और दूसरी तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर थी.