मां दुर्गा की नव शक्तियों का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है. नवरात्र के दूसरे दिन भगवती मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, अर्चना का विधान है. मां ब्रह्मचारिणी को इस प्रकार आप खुश कर सकते हैं.
नवरात्रि का महा पर्व कल से ही शुरू हो चुका है और आज नवरात्रि का दूसरा दिन है. नवरात्र के दूसरे दिन भगवती मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना का विधान है. लेकिन आज हम अपनी आपको एक ऐसा टोटका बताने जा रहे हैं जिस करने से आपको इंटरव्यू में सफलता मिलेगी.
कल से नवरात्रि शुरु हो चुके हैं और आज नवरात्रि का दूसरा दिन है. नवरात्र के दूसरे दिन भगवती मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना का विधान है. मां दुर्गा की नव शक्तियों का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है.
मां दुर्गा की नव शक्तियों का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है. नवरात्र के दूसरे दिन भगवती मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, अर्चना का विधान है. मां ब्रह्मचारिणी को इस प्रकार आप खुश कर सकते हैं.
मां दुर्गा की नव शक्तियों का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है. नवरात्र के दूसरे दिन भगवती मां ब्रह्मचारिणी की पूजा, अर्चना का विधान है. मां ब्रह्मचारिणी को इस प्रकार आप खुश कर सकते हैं.
नई दिल्ली. भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण के पूर्व निदेशक और पुरातत्वशास्त्री बीबी लाल ने दावा है कि पुराणों में लिखी 'मनु की बाढ़' सिर्फ कहानी नहीं एक सच्ची घटना थी. भारतीय एतिहासिक अनुसंधान परिषद यानी आइसीएचआर की ओर से आयोजित एक सेमिनार में बीबी लाल ने एक रिसर्च पेपर भी पेश किया गया.
आज से चैत्र नवरात्र के साथ ही हर जगह धार्मिक आयोजन शुरू हो गए हैं. साल 2017 के चैत्र नवरात्र के साथ ही हिंदू नवसंवत्सर भी शुरू होगा. 9 दिनों तक चलने इस पूजा में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाएगी.
आज से चैत्र नवरात्र के साथ ही हर जगह धार्मिक आयोजन शुरू हो जाएंगे. साल 2017 के चैत्र नवरात्र के साथ ही हिंदू नवसंवत्सर भी शुरू होगा. 9 दिनों तक चलने इस पूजा में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाएगी.
आज से चैत्र नवरात्र के साथ ही हर जगह धार्मिक आयोजन शुरू हो जाएंगे. साल 2017 के चैत्र नवरात्र के साथ ही हिंदू नवसंवत्सर भी शुरू होगा. 9 दिनों तक चलने इस पूजा में देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाएगी.
नवरात्र मां दुर्गा के प्रति आस्था और विश्वास का व्रत है. इन दिनों मां के भक्त नौ दिनों तक, जप जैसे विभिन्न अनुष्ठानों से माता को प्रसन्न कर उनसे आशीर्वाद मांगते है. वैसे तो साल में चैत्र, आषाढ़, आश्वनि और माघ महीनों में चार बार नवरात्रि आती है. लेकिन चैत्र और आश्विन माह की नवरात्रि को प्रमुख माना जाता है.