नवरात्रि का आज छठा दिन है. नवरात्र के छठे दिन कात्यायनी मां की पूजा आराधना की जाती है. मां कात्यानी की पूजा कुंवारे लोगों के लिए बेहद खास होती है.
आज नवरात्रि का पांचवां दिन है, इस दिन मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप देवी स्कंदमाता की पूजा होती है. नवरात्रि के नौ दिन काफी पवित्र और पावन मानें जाते हैं. इसलिए इनदिनों किए गए उपाय काफी कारगर साबित होते हैं.
आज नवरात्र का पांचवां दिन है, माता की पूजा के लिए यह दिन बेहद खास है, इस दिन मां दुर्गा के पांचवे स्वरूप देवी स्कंदमाता की पूजा होती है.
आज नवरात्र का पांचवां दिन है, आज के दिन मां दुर्गा के पांचवे अवतार देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है. इनकी पूजा कुश या कंबल के आसन पर बैठ कर पूजा करें.
आदिशक्ति श्री दुर्गा चतुर्थ रूप श्री कूष्मांडा हैं. नवरात्रि के चतुर्थ दिन इनकी पूजा और अराधना की जाती है. पूरा संसार कूष्मांडा ही है. पौराणिक आख्यानों में कूष्मांडा देवी ब्रह्मांड मां कूष्मांडा की आठ भुजाएं है. इसलिए इन्हें अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है.
आज नवरात्र का चौथा दिन है, और आज के दिन मां कूष्मांडा देवी की पूजा होती है. कूष्मांडा देवी सूर्य के समान तेजस्वी स्वरूप व उनकी आठ भुजाएं है जो व्यक्ति को कर्मयोगी और जीवन में ज्यादा अर्जित करने की प्रेरणा देती हैं. उनकी मधुर मुस्कान हमारी जीवन शक्ति का संवर्धन करते हुए हमें कठिन मार्ग पर चलकर सफलता पाने को प्रेरित करती है.
आज नवरात्रि का तीसरा दिन है, आज के तीन मां दुर्गा के तीसरे रूप देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. लेकिन आज हम अपनी आपको एक ऐसा टोटका बताने जा रहे हैं जिस करने से आपके जीवन में चल रही धन की तंगी खत्म हो जाएगी और जल्द ही आपको धन लाभ होगा.
आज नवरात्रि का तीसरा दिन है, आज के तीन मां दुर्गा के तीसरे रूप देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. मां चंद्रघंटा के माथे पर घंटे के आकार का चंद्रमा होता है, इसलिए इन्हें चंद्रघंटा नाम से जाना जाता है. आज के दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. लेकिन क्या आपको पता है कि नवरात्रि में आज के दिन का क्या महत्व है.
आज चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है, आज के दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. मां चंद्रघंटा की पूजा करने से शांति और सुख की प्राप्ति होती है, हर कष्ट समाप्त हो जाता है.
आज नवरात्र का तीसरा दिन है, आज के तीन मां दुर्गा के तीसरे रूप देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. मां चंद्रघंटा के माथे पर घंटे के आकार का चंद्रमा होता है, इसलिए इन्हें चंद्रघंटा नाम से जाना जाता है.