Mahabharat: हिन्दुओं के प्रमुख काव्य ग्रंथ महाभारत को ‘पंचम वेद’ कहा गया है। महाभारत में एक से बढ़कर एक धुरंधरों का उल्लेख है। पांच पांडवों की पत्नी द्रौपदी महाभारत का अहम पात्र है। कहा जाता है कि महाभारत युद्ध होने का सबसे बड़ा कारण द्रौपदी ही थीं। आज हम जानेंगे द्रौपदी के पूर्व जन्म की […]
नई दिल्ली: इस साल पितृपक्ष 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक रहेगा, जिसमें 18 सितंबर को पहला श्राद्ध और 2 अक्टूबर को अंतिम श्राद्ध होगा। वहीं इन दोनों ही तारीखों पर ग्रहण भी लगने जा रहे हैं, जिससे ज्योतिषविद चिंतित हैं। 18 सितंबर को प्रतिपदा श्राद्ध पर चंद्र ग्रहण और 2 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या […]
नई दिल्ली: साल 2024 का आखिरी चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को लगने जा रहा है. चंद्र ग्रहण को लेकर हिंदू धर्म में कई मान्यताएं हैं और इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए कई उपाय किए जाते हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि चंद्र ग्रहण का जिक्र इस्लाम में भी किया गया है […]
नई दिल्ली: साल 2024 का आखिरी चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण को लेकर हिंदू धर्म में कई मान्यताएं हैं और इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए कई सारे उपाय किए जाते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि चंद्र ग्रहण का जिक्र इस्लाम में भी किया गया […]
महाभारत एक ऐसा महाकाव्य है जिसमें हर किरदार की अपनी अलग और दिलचस्प कहानी है। इसमें सिर्फ पुरुष योद्धाओं का ही नहीं, बल्कि महिलाओं
वाल्मीकि रामायण में एक बहुत ही रोचक घटना का जिक्र मिलता है, जिसमें सीता माता ने राजा दशरथ की आत्मा को पिंडदान देकर उन्हें मोक्ष दिलाया था।
नई दिल्ली: मंगल ग्रह का गोचर ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका प्रभाव अलग-अलग राशियों पर भिन्न तरीके से पड़ता है। आइए जानते हैं ओकि किन राशियों पर मंगल भारी पड़ेगा और किन जातकों को शुभ समाचार मिलने की संभावना है। मेष (Aries) मेष राशि के जातकों के लिए आज का दिन चुनौतीपूर्ण […]
पितृपक्ष के दौरान लाखों लोग बिहार के गया में पिंडदान करने के लिए पहुंचते हैं। लेकिन आखिर क्यों गया में पिंडदान का इतना महत्व है?
नई दिल्ली: पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार महर्षि दुर्वासा दुर्योधन के महल में पहुंचे। जहां उनके साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया गया। इसके बाद दुर्योधन ने उनसे पांडवों से मिलने और उनकी सेवा करने का मौका देने को कहा। ऋषि दुर्वासा भी इस बात के लिए राजी हो गए और अपने 10 से अधिक […]
नई दिल्ली : भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है। इसका समापन सर्वपितृ अमावस्या के दिन होता है। 18 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत होने जा रही है। पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म के साथ-साथ दान का भी विशेष महत्व होता है। दान और श्राद्ध कर्म से पितरों को […]