साल 2024 में कई खास चीजें होने वाली हैं. साथ ही इस साल आसमान में अद्भुत खगोलीय घटनाएं भी हुईं, जिसमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण लगे। खास बात यह रही कि ये ग्रहण खास मौकों पर ही लगे.
कर्ण को इतिहास एक महान योद्धा के रूप में याद करता है लेकिन जब स्त्री सम्मान की बात आती है उन्हें सबसे बड़ा विलेन कहा जाता है।
नई दिल्ली: सूर्य के गोचर का ज्योतिषीय दृष्टिकोण से हर राशि पर प्रभाव पड़ता है। आज सूर्य के गोचर से कुछ राशियों को विशेष लाभ मिल सकता है। ज्योतिष के अनुसार, यह गोचर न केवल आर्थिक लाभ प्रदान करेगा, बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है। आइए जानते हैं आज का राशिफल […]
हमारे घर में भगवान की मूर्ति का होना हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शांति का प्रतीक माना जाता है, लेकिन जब यह मूर्ति खंडित हो जाती है, तो इसे शास्त्रों और वास्तुशास्त्र में शुभ संकेत नहीं माना जाता है। यह न केवल अशुभ
मोक्षदा एकादशी, जिसे वैकुंठ एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, 2024 में 11 दिसंबर को मनाई जाएगी। यह दिन हिंदू धर्म में मोक्ष प्राप्ति और पापों के नाश के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन का पालन शुक्ल पक्ष की एकादशी को किया जाता है, जो मार्गशीर्ष मास में आती है। यह दिन गीता जयंती के रूप में भी जाना जाता है।
महाभारत में कई ऐसी कहानियां हैं जो किसी न किसी भयानक श्राप से जुड़ी हैं। ऐसी ही एक कहानी द्रौपदी द्वारा कुत्तों को दिए गए श्राप से जुड़ी है। एक कुत्ते की वजह से अर्जुन द्रौपदी और युधिष्ठिर के कक्ष में चले गए थे।
आज यानी 1 दिसंबर 2024 को मार्गशीर्ष माह की दर्श अमावस्या है। यह दिन हिंदू धर्म में एक खास धार्मिक महत्व रखता है और भारत में इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन स्नान, दान और विशेष पूजा का महत्व है, खासकर पवित्र नदियों में स्नान करने और पूर्वजों की श्रद्धांजलि अर्पित करने की परंपरा है।
आज का दिन कुछ राशियों के लिए बहुत खास रहेगा, क्योंकि ग्रहों में परिवर्तन से उन्हें खुशियों का तोहफा मिल सकता है। तिजोरी पैसों से भरने की संभावना है और खास तौर पर कुछ राशियां वित्तीय दृष्टि से मजबूत हो सकती हैं। साथ ही, ग्रहों की स्थिति से आपको शुभ समाचार भी मिल सकते हैं। आइए जानते हैं सभी राशियों का आज का राशिफल।
जन्म से अंधे धृतराष्ट्र के लिए गांधारी ने अपने आँखों पर पट्टी बांध ली थी ताकि उन्हें भी कुछ नहीं दिखाई दे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि धृतराष्ट्र ने गांधारी के साथ छल किया था। उसने इतने पाप कर लिए कि आखिर में जलकर मौत हुई। आइये जानते हैं धृतराष्ट्र और उसके दासी की कहानी-
चतुर्दशी तिथि आज सुबह 10.31 बजे तक रहेगी, उसके बाद अमावस्या तिथि शुरू हो जाएगी. साथ ही आज दोपहर 12:35 बजे तक विशाखा नक्षत्र रहेगा, उसके बाद अनुराधा नक्षत्र लगेगा. इसके अलावा आज श्राद्ध की अमावस्या है.