नया साल 2025 जल्द ही दस्तक देने वाला है और हर कोई यह चाहता है कि यह साल उनके जीवन में खुशियां, तरक्की और समृद्धि लेकर आए। नए साल की शुरुआत वेद और मंत्रों के पाठ से करना शुभ माना गया है। गायत्री मंत्र और लक्ष्मी सूक्तम का पाठ विशेष रूप से फलदायी माना जाता है।
नई दिल्ली: नया साल 2025 जल्द ही दस्तक देने वाला है और हर कोई यह चाहता है कि यह साल उनके जीवन में खुशियां, तरक्की और समृद्धि लेकर आए। हिंदू धर्म शास्त्रों में नए साल की शुरुआत को खास बनाने के लिए कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को अपनाकर न केवल घर का वातावरण सकारात्मक बनाया जा सकता है, बल्कि पूरे साल मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।
नए साल की शुरुआत वेद और मंत्रों के पाठ से करना शुभ माना गया है। गायत्री मंत्र और लक्ष्मी सूक्तम का पाठ विशेष रूप से फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि नए साल के पहले दिन लक्ष्मी सूक्तम का पाठ करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर धन-धान्य से भर जाता है।
हिंदू परंपराओं के अनुसार, हर व्यक्ति के इष्ट देव होते हैं, जिनकी नियमित पूजा की जाती है। नए साल के पहले दिन इष्ट देव का पूजन अवश्य करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि साल की शुरुआत में इष्ट देव की पूजा से वे पूरे वर्ष प्रसन्न रहते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है।
शास्त्रों में हर शुभ अवसर पर घर के दरवाजे या मंदिर के पास रंगोली बनाने की परंपरा है। नए साल के पहले दिन घर के मुख्य द्वार को साफ करके सुंदर रंगोली बनाना शुभ होता है। यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने और नए साल का स्वागत करने का प्रतीक माना जाता है।
नए साल की शुरुआत दान-पुण्य से करने का विशेष महत्व है। जरुरतमंदों को धन, वस्त्र या अनाज का दान करना बहुत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि नए साल के पहले दिन किया गया दान पूरे वर्ष सुख-समृद्धि और धन का भंडार भरे रखता है।
Disclaimer: खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं के ऊपर आधारित है. इनखबर इसकी पुष्टि नहीं करता है