साल में मौजूद 24 एकादशी में से सबसे महत्वपूर्ण निर्जला एकादशी को माना जाता है. इस दिन भोजन के साथ साथ जल को भी त्यागना पड़ता है. इस बार निर्जला एकादशी 23 जून को है. इस खास मौके पर निम्न काम अवश्य करें जिससे भगवान विष्णु आपकी मनोकामना अवश्य पूरा करेंगे.
नई दिल्ली. ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता है. वैसे तो साल भर में 24 एकादशी होती हैं लेकिन इनमें से निर्जना एकादशी का खास महत्व होता है. इस दिन श्रद्धालु बिना कुछ खाए-पीए व्रत करते हैं और अपनी मनोकामनाओं की आस करते हैं. श्रद्धालुओं के बीच इस व्रत को लेकर कई प्रकार की मान्यताएं मौजूद हैं. कहा जाता है कि इस दिन व्रत करने से कई जन्मों के पाप का नाश होता है और ये व्रत सबसे ज्यादा फलदायी होता है.
ज्योतिषी के अनुसार सूर्योदय से पहले ही व्रत आरंभ हो जाता है. इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठाकर स्नान करना अति आवश्यक होता है. इस दिन आलस, ईर्ष्या, झूठ व बुराई जैसी कुरुतियों से दूर रहना चाहिए. इस व्रत को विष्णु भगवान का नाम जपते हुए शुरू करें और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय महामंत्र का जप करें. वहीं इस व्रत के महत्व की बात करें तो इस व्रत का अहम मकदम होता है कि बिना जल के व्रत करना. इस भीषण गर्मी में इस व्रत को किसी तपस्या के कम नहीं माना जाता है.
निर्जला एकादशी 2018 पर अवश्य करें ये काम
इस बार निर्जला एकादशी 23 जून को है. इस दिन भगवान विष्णु की आराधना करें और पाप आदि करने से बचें. भूलकर भी किसी को भला बुरा न कहें और किसी का दिल न दुखाएं. हर व्रत का सबसे पहला कर्म ही यही होता है कि किसी का दिल न दुखाएं. इस दिन माता-पिता और गुरु का चरण स्पर्श करें और आर्शीवाद लें. इसके उपरांत श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें. इस दिन संभव हो तो पक्षियों के लिए जल व्यवस्था करें और सारा दिन भगवान विष्णु का नाम जपें.
निर्जला एकादशी 2018 पूजा शुभ मुहूर्त
24 जून 2018, पारण समय = 13:59 to 16:37
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