नई दिल्ली: 20वीं सदी के महान संतों में उत्तराखंड के नीम करोली बाबा का नाम शुमार है. कहा जाता है कि करोली बाबा के पास दिव्य शक्तियां थीं. उन्हें बजरंगबली का अवतार भी माना जाता था. नीम करोली बाबा धनवान होने को मनुष्य की उपयोगिता मानते थे जिसे हर कोई प्राप्त करना चाहता था. लेकिन सही मायने में उनके अनुसार धनवान कौन कहलाता है आइए जानते हैं.
नीम करोली बाबा के सिद्धांत के अनुसार, यदि किसी इंसान के पास धन है तो उसे धनवान मान लेना ही सही नहीं है. आपको उस धन की सही उपयोगिता के बारे में पता होना जरूरी है तभी आप धनवान कहलाएंगे. इस प्रकासा के धन का कोई लाभ नहीं है जो धन जरूरतमंद के काम न आ सके. धन का सही उपयोग ही धनवान के लिए सर्वोपरि हैं. हर इंसान का कर्तव्य है कि वह अपने धन का इस्तेमाल पहले जरूरतमंदों के लिए करे.
महाराज जी का सिद्धांत कहता हैं कि यदि आप धन का वितरण नहीं करेंगे तो आप उसे भरेंगे कैसे. यदि आपने धन का कोष खाली नहीं करेंगे तो निश्चित तौर पर वो एक न एक दिन खत्म हो जाएगा. क्योंकि ईश्वर हमेशा ऐसे धनवान व्यक्तियों को ही चुनते हैं जिनके हृदय में गरीबों और जरूरतमंदों के प्रति स्नेह रहता है. यदि आपके दिल में किसी दूसरे के लिए सहायता का भाव नहीं है तो आप धन का केवल संचरण करते जा रहे हैं. ऐसे में आप समझ लीजिए कि आप बहुत समय तक धनवान नहीं रहेंगे.
आपको बता दें, नीम करोली बाबा देश के बड़े संतो में से एक है। उनके भक्त उन्हें बहुत मानते हैं। उत्तराखंड के ककड़ी धाम स्थित उनके आश्रम में देश विदेश से लोग उनके दर्शन करने पहुंचते हैं। आपको बता दें, पीएम मोदी समेत एप्पल के फाउंडर स्टीव जाब्स और हॉलीवुड एक्ट्रेस जूलिया राबर्ट्स भी बाबा के भक्त है। नीम करोली बाबा हनुमान जी के उपासक थे। उनके भक्त का कहना है कि वो हनुमान जी का रूप है। हालांकि नीम करोली बाबा आज इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनके भक्तों आज भी उन्हें याद करते हैं।
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