Navratri 2019 Kalratri Puja: नवरात्रि के सातवे दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. नवरात्रि में सप्तमी के दिन मां कालरात्रि की पूजा का विशेष महत्व होता है. मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश करती हैं और अपने भक्तों की रक्षा करती हैं. आज जानिए मां कालरात्रि की पूजा कैसे करें यानि मां कालरात्रि की पूजा विधि, मंत्र उन्हें क्या भोग लगाएं.
नई दिल्ली. नवरात्रि हिंदुओं का पावन त्योहार माना जाता है. नवरात्र में नौ दिनों तक माता के 9 रूपों की आराधना की जाती है. आज हम बात कर रहे हैं माता के 7वे स्वरूप की. नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है. मां कालरात्रि माता दुर्गा का क्रोधित यानि गुस्से वाला स्वरुप है. मां कालरात्रि को मां कालरात्रि भी कहा जाता है. नवरात्रि में सप्तमी के दिन मां कालरात्रि की पूजा का विशेष महत्व होता है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश करती हैं और अपने भक्तों की रक्षा करती हैं. आज हम आपको बता रहे हैं मां कालरात्रि की पूजा कैसे करें यानि मां कालरात्रि की पूजा विधि, मंत्र उन्हें क्या भोग लगाएं.
मां कालरात्रि की पूजा बहुत ही विधि विधानऔर नियम के साथ की जाती है. सप्तमी के दिन तंत्र साधना भी की जाती है. नवरात्रि की सप्तमी तिथि तंत्र साधना के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. इस दिन तंत्र साधना करने वाले तांत्रिक या साधक मध्यरात्रि को तंत्र विद्या के साथ करते हैं. मां कालरात्रि सभी की मनोकामना पूरी करती हैं.
मां कालरात्रि पूजा विधि
मां कालरात्रि की पूजा करते समय इस बात का जरूर ध्यार रखना चाहिए की जिस स्थान पर मां कालरात्रि की मूर्ति या तश्वीर की स्थापना कर रहे हैं वहां मूर्ति के नीचे पहले काले रंग का कपड़ा बिछा लेना चाहिए, जो कि बेहद साफ होना चाहिए. मां कालरात्रि की पूजा करते समय उन्हें चुनरी जरूर ओढ़ाएं और सुहाग का सामान अर्पित करें. इसके बाद मां कालरात्रि की मूर्ति के आगे दीप जलाकर सच्चे मन से उनकी अराधना करें.
मां कालरात्रि का भोग
मां काली को भोग में हलवा या दूध से बनी मिठाई भी अर्पण कर सकते हैं. इसके अलावा माता को गुण से बना भोग भी अर्पित कर सकते हैं.
मां कालरात्रि (मां काली) का मंत्र
ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै ऊं कालरात्रि दैव्ये नम:
क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं हूं हूं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं हूं हूं स्वाहा