Navratri 2018: 10 अक्टूबर 2018 से शुरू हुए हिंदूओं के पावन पर्व नवरात्रि का आज दूसरा दिन है. नवरात्रि के दूसरे दिनमां दुर्गा के दूसरे रूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की जाती है. इसी प्रकार मां भगवती के नवरात्र में नौ दिनों तक नौ रूपों की पूजा की जाती है.
नई दिल्ली. कल यानि बुधवार 10 अप्रैल से हिंदूओं का सबसे पवित्र पर्व नवरात्रि शुरू हो चुका है. नवरात्रि का आज दूसरा दिन है. नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी का दिन होता है और इस दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की आराधना की जाती है. मां ब्रह्मचारिणी को बुद्धि और ज्ञान की देवी माना जाता है. नवरात्र में नौ दिनों तक मां भगवती के नौ रूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि का दूसरा दिन छात्रों के लिए बेहद खास होता है.
ब्रह्मचारिणी स्वरूप की बात करें ब्रह्मचारिणी का तात्पर्य तपश्चारिणी है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार मां ब्रह्मचारिणी ने भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोप तपस्या की थी. इसलिए मांता मां दुर्गा के इस रूप को तपश्चारिणी और ब्रह्मचारिणी के नाम से जाना जाता है. मां ब्रह्मचारिणी अपने पूर्व जन्म में हिमालय (पर्वतराज) के घर कन्या रूप में प्रकट हुई थीं. मां ब्रह्मचारिणी ने देवर्षि नारद जी के उपदेशानुसार कठिन तपस्या करके भगवान शंकर को अपने पति के रूप में प्राप्त किया था.
मां ब्रह्मचारिणी की उपासना से मनुष्य के तप, त्याग, वैराग्य सदाचार, संयम की वृद्धि होती है. इसी के साथ मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने वाले मनुष्य का मन कर्तव्य पथ से विचलित नहीं होता. मां ब्रह्मचारिणी की आराधना से मनोरथ सिद्धि, विजय एवं नीरोगता की प्राप्ति होती है और मां के निर्मल स्वरूप के दर्शन प्राप्त होते हैं.