Navaratri Day 6 Maa Katyayani Devi Puja: शारदीय नवरात्रि 2018 के छठे दिन मां दुर्गा के छठे स्वरुप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. मां कात्यायनी को महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जाना जाता है. कात्यायनी देवी की पूजा करने से मनचाहा वर मिलता है और दुष्टों का नाश होता हैं. आज 15 अक्टूबर को कात्यायनी देवी की आराधना की जाएगी.
नई दिल्ली. Navaratri Day 6 Maa Katyayani Devi Puja: नवरात्रि का आज छठा दिन है. नवरात्रि के 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 रुपों की पूजा होती है और मां कात्यायनी माता का छठा स्वरुप है. नवरात्रि के छठे दिन कात्यायनी मां की पूजा आराधना की जाती है. मां कात्यायनी की पूजा कई मायनों खास होती है, खासतौर पर कुंवारे लोगों के लिए. जी हां मां कात्यानी की पूजा कुंवारे लोगों के लिए बेहद खास होती है. दरअसल, मां कात्यायनी की पूजा करने से कुंवारे लोगों को मनचाहा वर मिलता है. इसलिए कुंवारी लड़कियों को मां कात्यायनी की पूजा जरूर करनी चाहिए. मां कात्यायनी प्रसन्न होकर अच्छा वर दिलाने के लिए मदद करती हैं.
मां कात्यायनी की पूजा करने से आपके सभी कष्ट दूर होंगे और एक नई शक्ति का संचार होता है. मां कात्यायनी सिंह की सवारी करती हैं और इनकी चार भुजाएं होती हैं. महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर मां दुर्गा ने महर्षि के यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था. तभी से ये कात्यायनी मां के नाम से जानी जाती हैं.मां कात्यायनी दुष्टों का नाश करती हैं. हिंदू पुराणों के अनुसार मां कात्यायनी ने महिषासुर राक्षस का वध भी किया था जिसके कारण इन्हें महिषासुर मर्दिनी के नाम से भी जाना जाता है.
मां कात्यायनी की पूजा विधि विधान से करने से माता प्रसन्न होती है. इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद मां कत्यायनी देवी का ध्यान करें. उसके बाद कलश और सभी देवी-देवताओं की पूजा करनी चाहिए. नवरात्र के छठे दिन कात्यायनी देवी की पूजा करते समय शहद का भोग जरूर लगाएं.
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