नई दिल्ली : सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को पूरे देश में नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. इस तिथि के मुताबिक़ इस साल नाग पंचमी 2 अगस्त को पड़ने वाले है. बता दें, इस दिन स्त्रियां नाग देवता की पूजा करती हैं और सांपों को दूध पिलाने की भी खूब […]
नई दिल्ली : सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को पूरे देश में नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. इस तिथि के मुताबिक़ इस साल नाग पंचमी 2 अगस्त को पड़ने वाले है. बता दें, इस दिन स्त्रियां नाग देवता की पूजा करती हैं और सांपों को दूध पिलाने की भी खूब मान्यता है. इतना ही नहीं इस दिन नागों की पूजा भी की जाती है और उन्हें गाय के दूध से स्नान भी करवाया जाता है. मान्यता है कि जो लोग नाग पंचमी के दिन नाग देवता के साथ भोलेनाथ की पूजा और रुद्राभिषेक करते हैं उन लोगों के जीवन से कालसर्प दोष खत्म हो जाता है. इसके अलावा राहु और केतु की अशुभता भी दूर होती है.
नाग पंचमी के दिन व्रत रखा जाता है और भगवान शिव के साथ-साथ नाग देवता की भी पूजा करने की मान्यता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, नाग पंचमी के दिन व्रत रखने से सांपों का डर समाप्त होता है. इस दिन नाग देवता की पूजा में फल, फूल, मिठाई और दूध अर्पित करना चाहिए. इसके अलावा जिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष या राहु-केतु से संबंधित कोई दोष होता है उन्हें जरूर नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करनी चाहिए।
नाग पंचमी के दिन आपको तांबे के लोटे से नाग देवता की मूर्ति पर दूध तथा जल अर्पित करना चाहिए. संभव है तो मंदिर में चांदी का नाग-नागिन जोड़ा रखकर उसकी पूजा-अभिषेक करें। ऐसा करने से नागदेवता और शिव जी दोनों प्रसन्न होंगे.
इस दिन नागों की पूजा करने से जीवन के संकटों का नाश होता है. इसके साथ मनोवांछित फल की भी प्राप्ति होती है। मान्यता है कि यदि इस दिन किसी व्यक्ति को नागों के दर्शन होते हैं तो यह शुभ है.