नई दिल्ली, भगवान शिवजी का सबसे प्रिय माह सावन चल रहा है, यह महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है. इस महीने कई पर्व आते हैं, सावन की शिवरात्रि, हरियाली तीज आदि इसी महीने में मनाई जाती है. वहीं, इन पर्वों पर शिव परिवार के साथ नाग देवता की पूजा की जाती है. ज्योतिष शास्त्र […]
नई दिल्ली, भगवान शिवजी का सबसे प्रिय माह सावन चल रहा है, यह महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है. इस महीने कई पर्व आते हैं, सावन की शिवरात्रि, हरियाली तीज आदि इसी महीने में मनाई जाती है. वहीं, इन पर्वों पर शिव परिवार के साथ नाग देवता की पूजा की जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन जातकों के कुंडली में कालसर्प दोष है, यदि वे शुक्ल पक्ष के पंचमी के दिन नाग देवता की विधि विधान से पूजा करते हैं, तो उनके जन्म कुंडली से काल सर्प दोष दूर हो जाता है. इस बार की नागपंचमी बहुत ही ख़ास होने वाली है, दरअसल नाग पंचमी पर 30 साल बाद एक दुर्लभ योग बनने जा रहा है, इस शुभ योग में नाग देवता की पूजा करने से आपके जीवन की हर एक परेशानी दूर हो जाएगी.
ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि 30 साल में पहली बार नाग पंचमी बहुत ही शुभ शिव योग में पड़ रही है, इस शुभ योग में नागों की पूजा करने से आपको कई गुना ज्यादा फल मिलेगा. इस दौरान भगवान शिव और उनके नागों की पूजा करने से मनचाहे फल की प्राप्ति हो सकती है, साथ ही नाग पंचमी पर पूजा से कालसृप दोष का निवारण भी किया जा सकता है.
श्रावण मास की पंचमी तिथि मंगलवार, 02 अगस्त को सुबह 05 बजकर 13 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 3 अगस्त को सुबह 5 बजकर 41 मिनट तक रहेगी, ख़ास बात ये है कि इस दिन नाग पंचमी के साथ मंगला गौरी व्रत भी पड़ रहा है. यह सावन का तीसरा मंगला गौरी व्रत होगा, यानी नाग पंचमी पर नागों की पूजा के अलावा भगवान शिव और माता पार्वती की भी पूजा की जाएगी, सच्चे मन से ये पूजा करने पर आपको विशेष फल मिलेंगे.
इस साल नाग पंचमी का शुभ महूर्त 02 अगस्त को सुबह 05 बजकर 24 मिनट से सुबह 08 बजकर 24 मिनट तक रहेगा.