Nag Panchami 2018: श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है. इस दिन नागदेव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त 15 अगस्त की सुबह 03 बजकर 27 मिनट पर शुरू होकर 16 अगस्त को दिन में 01 बजकर 51 मिनट पर खत्म हो रही है.
नई दिल्ली. सावन मास की शुक्ल पक्ष को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन नागदेव व सांपों की पूजा की जाती है व दूध पिलाने का विधान होता है. उत्तर भारत में इस दिन गोबर से नाग प्रतिमा बनाई जाती है और पूरे विधि विधान पूर्वक पूजा की जाती है. इस बार नाग पंचमी 15 अगस्त को पड़ रही है. ऐसे मौके पर शिव मंदिरों में लंबी कतार में श्रद्धालु सांप के दर्शन करने के लिए जुटते हैं. भगवान शिव के लगे में मौजूद नाग की पूजा की जाती है.
कहा जाता है कि अगर भक्तों को नाग अपने मुख में विष को धारण करते हुए दिखें तो उस शख्स को धन लाभ होता है. हिंदू शास्त्रों में भी उल्लेख मिलता है कि जिन व्यक्तियों को मुख में विष धारण करते हुए सर्प दिख जाए तो वे व्यक्ति को लक्ष्मी के समान धनवान बनाने की क्षमता रखते हैं. इसी प्रकार कहा जाता है कि जिस जमीन के भीतर नाग बसेरा होता है उस जमीन पर जिन लोगों का घर होता है उस घर में कभी धन की कमी नहीं होती है.
हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार जब भक्त जब सांपों को दूध पिलाए और दूध पीने के बाद अगर वहीं साप तीन बार पूछ पटके तो समझ लीजिए आपकी पूजा सफल हुई और आपको धन प्राप्ति होगी. नाग पंचमी पूजा शुभ मुहूर्त 15 अगस्त की सुबह 03 बजकर 27 मिनट पर शुरू होकर 16 अगस्त को दिन में 01 बजकर 51 मिनट पर खत्म हो रही है.
फैमिली गुरु: जानें नाग पंचमी पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि
Nag panchami 2018: नागपंचमी पर काल सर्प योग से कैसा पाएं मुक्ति, जानिए मुहुर्त, व्रत और पूजा विधि