नई दिल्ली: शास्त्रों के मुताबिक कुछ ऐसी बातें सुहागिन महिलाओं के लिए बताई गई हैं, जिनका उलंघन करने से सीधा उनके पति के जीवन पर बुरा असर परता हैं। इसलिए कुछ नियमों के अनुसार महिलाओं को अपनी सुहाग की निशानी संभालकर रखनी चाहिए। विवाहित महिलाओं को श्रृंगार का सामान दान करते समय भी कुछ बातों […]
नई दिल्ली: शास्त्रों के मुताबिक कुछ ऐसी बातें सुहागिन महिलाओं के लिए बताई गई हैं, जिनका उलंघन करने से सीधा उनके पति के जीवन पर बुरा असर परता हैं। इसलिए कुछ नियमों के अनुसार महिलाओं को अपनी सुहाग की निशानी संभालकर रखनी चाहिए। विवाहित महिलाओं को श्रृंगार का सामान दान करते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
हिन्दू शास्त्र के अनुसार सुहागिन महिलाएं देवी का रूप मानी जाती हैं। विवाह के बाद महिला से ही उनके पति का भाग्य जुड़ा होता हैं। क्योंकि वो मां लक्ष्मी का अवतार मानी जाती हैं, इसलिए घर में उनके कदम रखते ही तरक्की होती हैं। मगर कई बार उनसे कुछ भूल हो जाती हैं, जिसका सीधा असर उनके पति और ससुराल पर पड़ता है, तो किन चीज़ों से विवाहित महिलाओं को सावधानी बरतनी आइए जानते हैं।
शास्त्रों के अनुसार हर महिला के लिए सिंदूर उसका पहला सिंगार होता है। ऐसे में प्रत्येक महिला को इनका सम्मान करना चाहिए। क्योंकि ये पवित्रता से जुड़ा हुआ है। इसलिए कभी भी बिना नहाएं सिंदूर न लगाएं। ऐसा न करने से पति की तरक्की पर असर पड़ सकता है।
विवाहित महिलाओं को अपना मंगलसूत्र बहुत संभालकर रखना चाहिए। इसलिए इसे कभी भी अपवित्र जगह बिलकुल न रखें। ऐसा करने से पति का स्वास्थ पर बुरा असर होता है।
दान देना शुभ माना जाता है, लेकिन किसी विधवा स्त्री को लाल रंग की साड़ी,चूड़ी या अन्य लाल रंग की चीज़े दान न दें। ऐसा करने से आपके संबंधों में दिक्कतें आ सकती हैं।
विवाहित महिलाओं को अपनी सिंदूर की डिब्बी कभी खाली नहीं रखनी चाहिए। हिन्दू शास्त्र में ऐसा करना अपशगुन माना जाता है। इससे पति की जान को खतरा हो सकता है।
विवाहित महिलाओं को कभी अपने हाथ कभी खाली नहीं रखने चाहिए। उन्हें हमेशा दो कांच की चूड़ियां पहने रहना चाहिए। अगर हाथ खाली रहे तो पति-पत्नी में अनबन हो सकती है।
सुहागिन महिलाओं को अपने पैरों में हमेशा बिछिया पहनकर रहना चाहिए। अगर वो पैरों बिछिया नहीं पहनती है तो, ऐसा करने पर उनके और उनके पति के जीवन में दुर्भाग्य आ सकता है।
Also Read…