सावन का पहला मंगला गौरी व्रत कल, जानें महत्व और पूजन विधि

नई दिल्ली, शिव जी के भक्तों के लिए सावन माह बहुत ही ख़ास होता है. इस महीने में भगवान शिव की पूजा अराधना की जाती है. हिंदू धर्म में इस महीने का बहुत ही अधिक महत्त्व है. इसे बहुत पवित्र माना जाता है. इस साल सावन का महीना 14 जुलाई से 12 अगस्त तक रहेगा. […]

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सावन का पहला मंगला गौरी व्रत कल, जानें महत्व और पूजन विधि

Aanchal Pandey

  • July 18, 2022 10:35 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली, शिव जी के भक्तों के लिए सावन माह बहुत ही ख़ास होता है. इस महीने में भगवान शिव की पूजा अराधना की जाती है. हिंदू धर्म में इस महीने का बहुत ही अधिक महत्त्व है. इसे बहुत पवित्र माना जाता है. इस साल सावन का महीना 14 जुलाई से 12 अगस्त तक रहेगा. बता दें, सावन के महीने में बेलपत्र भी चढ़ाए जाते हैं. मान्यता है कि दूध, जल, भांग धतूरा, फूल, फल आदि अपर्ण कर अगर सच्चे मन से भोले नाथ की आराधना की जाए तो सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. सावन के दौरान अच्छे वर के लिए कुंवारी कन्याएं व्रत रखती हैं. कल सावन का पहला मंगला गौरी व्रत है, संतान की उन्नति और कष्टों से छुटकारा पाने के लिए भी यह व्रत रखा जाता है.

पूजा विधि

मंगला गौरी व्रत के दिन सबसे पहले प्रात:काल उठकर स्नान करें, इसके बाद लाल रंग के वस्त्र पहनें और अच्छे से श्रृंगार करें. इसके बाद, माता को लाल रंग की पोशाक अर्पित करें और अपने मंदिर में माता की स्थापना करें. उन्हें लाल रंग के फूलों की माला अर्पित करें, फिर एक चौमुखी आटे का दिया प्रज्विलित करें और उससे मां मंगला गौरी की आरती करें. आखिर में माता गौरी को 16 श्रृंगार, 16 लॉन्ग, 16 इलायची, 16 फल और 16 मिठाई चढ़ाएं.

सावन के सोमवार की तिथियां

18 जुलाई, सोमवार- सावन सोमवार व्रत

25 जुलाई, सोमवार- सावन सोमवार व्रत

01 अगस्त, सोमवार- सावन सोमवार व्रत

08 अगस्त, सोमवार- सावन सोमवार व्रत

12 अगस्त, शुक्रवार- सावन का आखिरी दिन

व्रत के दौरान ये खाएं

अगर आप सावन के सोमवार का व्रत रख रहे हैं तो फल और जूस भरपूर मात्रा में ले. मौसमी फलों आम, नाशपाती, खीरा जैसी मौसमी फल खाएं.

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