नई दिल्ली। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, घरों में रोजाना पूजा-पाठ होता(Mandir vastu niyam) है। यही नहीं इसके लिए घर में अलग से मंदिर भी बनवाया जाता है। जहां देवी-देवताओं की फोटो या मूर्ति लगी होती है। मंदिर में रोजाना भगवान के सामने दीपक, अगरबत्ती और धूपबत्ती जलाकर भगवान को धन्यवाद दिया जाता है। […]
नई दिल्ली। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार, घरों में रोजाना पूजा-पाठ होता(Mandir vastu niyam) है। यही नहीं इसके लिए घर में अलग से मंदिर भी बनवाया जाता है। जहां देवी-देवताओं की फोटो या मूर्ति लगी होती है। मंदिर में रोजाना भगवान के सामने दीपक, अगरबत्ती और धूपबत्ती जलाकर भगवान को धन्यवाद दिया जाता है। इसके लिए वास्तु शास्त्र में मंदिर में भगवान की फोटो किस दिशा में लगानी चाहिए या उनका मुख किस दिशा में होना चाहिए जैसे तमाम नियम बताए गए हैं।
घर में मंदिर स्थापित करते समय उसकी दिशा का ध्यान जरूर रखें। घर के मंदिर को ईशान कोण में ही रखना चाहिए। इसके अलावा आप मंदिर को पूर्व दिशा में भी रख सकते हैं। ये शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि पूर्व दिशा सूर्य की दिशा है, सूरज इसी दिशा से उगता है। सूर्य की रोशनी घर में आते समय अगर मंदिर से होते हुए आए तो इससे सकारात्कता और शुभता लाती है।
वहीं वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर में देवी-देवता की फोटो या मूर्ति(Mandir vastu niyam) में उनका मुख सदैव, पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। पूर्व दिशा को सकारात्मक उर्जा की दिशा माना जाता है, ऐसा करने से घर में खुशहाली आती है।
शास्त्रों में कहा गया है कि घर में पूजा(Mandir vastu niyam) करते समय व्यक्ति का मुख उत्तर दिशा में होना चाहिए। इस दिशा में मुख करके पूजा करने से देवी-देवता का पूरा आशीर्वाद मिलता है।
शास्त्रों के अनुसार, घर के मंदिर में भगवान की तस्वीर कभी भी दक्षिण दिशा में न लगाएं। दक्षिण दिशा को यम की दिशा कहा जाता है।
(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। जिसका किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं की गई है। यहां दी गई किसी भी जानकारी या मान्यता पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)
ये भी पढ़ें-वास्तु के अनुसार इन दिशाओं में न बनवाएं किचन, घर-परिवार पर पड़ता है बुरा प्रभाव