नई दिल्ली. मकर संक्रांति को हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार माना गया है. आमतौर पर यह त्योहार जनवरी महीने के चौदहवें या पन्द्रहवें दिन ही पड़ता है, इस दिन सूर्य धनु राशि को छोड़ मकर राशि में प्रवेश करते हैं. इस बार मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी को मनाया जाएगा. इस दिन स्नान-दान जैसे कर्मों का विशेष महत्व बताया जाता है. बताते हैं कि इस दिन सभी प्रकार के शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है.
मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान करना अति फलदायी माना जाता है. शास्त्रों के मानें तो दक्षिणायण को देवताओं की रात या नकारात्मकता का प्रतीक और उत्तरायण को देवताओं का दिन या सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है. इस दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं. इसीलिए इस दिन जप, तप, दान, स्नान, श्राद्ध, तर्पण जैसे धार्मिक कार्यों का विशेष महत्व है. ऐसी धारणा है कि इस अवसर पर दिया गया दान सौ गुना बढ़कर पुन: प्राप्त होता है.
इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को पड़ रहा है और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. ऐसे में अगर आप अपने जीवन में तरक्की पाने की राह को आसान बनाना चाहते हैं तो मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव को जल में तिल मिलाकर अर्घ्य दें, इससे उनकी कृपा प्राप्त होगी.मकर संक्रांति के दिन तिल से बनी चीजें खाने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं. माना जाता है कि इस दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं. इसलिए तिल से बनी चीजों को खाना शुभ माना जाता है. इसके अलावा खिचड़ी खाने से शनि और राहु का प्रकोप भी शांत होता है.
ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन तिल का दान करना चाहिए. ऐसा करने से तरक्की की राह में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकता है. इसके अलावा इस दिन तिल के तेल से मालिश करना भी शुभ माना जाता है. मान्यता है कि ऐसा करने से बुरा समय दूर होता है और समाज में मान-सम्मान बढ़ता है. इसके अलावा इससे भगवान सूर्य भी प्रसन्न होते हैं.
Makar Sankranti 2019: जानिए क्यों इस साल 14 नहीं बल्कि 15 जनवरी को मनाई जाएगी मकर संक्रांति
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