Advertisement
  • होम
  • अध्यात्म
  • Mahashivratri 2024: इस बार महाशिवरात्रि और प्रदोष का संयोग एक साथ, व्रत और पूजा से उठा सकेंगे दोगुना लाभ

Mahashivratri 2024: इस बार महाशिवरात्रि और प्रदोष का संयोग एक साथ, व्रत और पूजा से उठा सकेंगे दोगुना लाभ

नई दिल्लीः फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि मनाई जाती है। इस साल 8 मार्च को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा और व्रत किया जाता है। यह महाशिवरात्रि बहुत खास मानी जाती है क्योंकि यह दिन शुक्ल पक्ष के व्रत से मेल खाता […]

Advertisement
Mahashivratri 2024
  • February 26, 2024 10:18 am Asia/KolkataIST, Updated 10 months ago

नई दिल्लीः फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि मनाई जाती है। इस साल 8 मार्च को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा और व्रत किया जाता है। यह महाशिवरात्रि बहुत खास मानी जाती है क्योंकि यह दिन शुक्ल पक्ष के व्रत से मेल खाता है। प्रदोष व्रत के अलावा इस दिन कई अन्य असामान्य योग भी बनते हैं। माना जाता है कि ऐसे में अगर आप इस बार महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ का व्रत और पूजा करेंगे तो आपकी सभी मनोकामनाएं जल्द ही पूरी हो जाएंगी। तो आइए जानते हैं महाशिवरात्रि पर बनने वाले सभी योगों के बारे में.

महाशिवरात्रि पर बन रहे ये संयोग

8 मार्च, महाशिवरात्रि के दिन शिव योग, सिद्ध योग और चतुर्ग्रह योग का संयोग बन रहा है। इस दिन शनि कुम्भ राशि के साथ मूल त्रिकोण में है। सूर्य, चंद्रमा और शुक्र भी मौजूद हैं। इसके अलावा महाशिवरात्रि के दिन शुक्र प्रदोष व्रत भी रखा जाता है। ऐसे में यह अद्भुत संयोग विशेष फलदायी है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से विभिन्न फल प्राप्त होंगे।

महाशिवरात्रि पर शुक्र प्रदोष व्रत का संयोग

इस बार महाशिवरात्रि और शुक्ल प्रदोष का व्रत एक साथ होने से यह व्रत सौभाग्य, सुख और समृद्धि लाएगा। इस व्रत को करने से जीवन में कोई कमी नहीं रहेगी। यदि आप इस दिन व्रत रखते हैं तो आप एक ही समय में महाशिवरात्रि और शुक्ल प्रदोष का फल प्राप्त कर सकते हैं।

प्रदोष व्रत का महत्व

ऐसा माना जाता है कि प्रदोष काल में भगवान शिव स्वयं शिवलिंग में प्रकट होते हैं, इसलिए इस समय शिव की पूजा करने से सर्वोत्तम फल की प्राप्ति होती है। शुक्र प्रदोष व्रत करने से शत्रुओं का नाश होता है और महादेव की कृपा सदैव बनी रहती है।

Advertisement